फैक्ट एंड फिगर
150 वॉलियंटर्स प्रशिक्षण में हुए शामिल
100 होमगार्डों ने भी लिया प्रशिक्षण
250 फायरकर्मी जिले भर में हुए शामिल
22 मार्च को डीडीपुरम स्थित लूथरा टावर में लगी थी आग
16 अप्रैल को बिहारीपुर में टेंट के गोदाम में लगी थी आग


शहर में बिना एनओसी के तमाम संस्थान चल रहे हैं, जिन को लेकर फायर डिपार्टमेंट आंखें मूंदे बैठा था। 22 मार्च को डीडीपुरम स्थित लूथरा टावर में आग लगने के बाद दैैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इसको लेकर अभियान चलाया। ऐसे संस्थानों को लेकर लगातार न्यूज पब्लिश की। इस बीच 16 अप्रैल को बिहारीपुर में टेंट के गोदाम में भी आग लग गई। उस गोदाम स्वामी के पास भी न तो एनओसी पाई गई, न ही आग बुझाने के उपकरण। इसको भी प्रमुखता से लगाया गया। तब जाकर फायर डिपार्टमेंट के ऑफिसर्स की तंद्रा भंग हुई है। अब वे एक्शन के मूड में नजर आने लगे हैं। फायर सेफ्टी के नियमों का उल्लंघन करने वाले संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा संडे को मुख्य अग्निशमन अधिकारी व अग्निशमन अधिकारी ने रिजर्व पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड में जिले भर के वॉलंटियर्स व होमगार्डों को आग बुझाने का प्रशिक्षण भी दिया।

250 लोगों को दी ट्रेनिंग
सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा, अग्निशमन अधिकारी संजीव कुमार यादव, अग्निशमन द्वितीय अधिकारी कृष्ण कुमार बंसल, लीडिंग फायरमैन उदयराज सिंह आदि ने अग्निशमन सेवा सप्ताह के चौथे दिन रविवार को रिजर्व पुलिस लाइन में अग्नि से जागरूकता और बचाव पर गोष्ठी की। इसमें आग से सुरक्षा व बचाव के संबंध में नागरिक सुरक्षा संगठन बरेली के चीफ वार्डन सहित 250 लोगों को प्रशिक्षण दिया। गोष्ठी के बाद सिविल डिफेंसकर्मी व होमगार्डों के सामने आग जलाकर डेमोस्ट्रेशन दिया गया। साथ ही फायर एक्सटिंग्यूशर चलाकर आग बुझाने का प्रशिक्षण दिया।


एनओसी न होने पर गिरेगी गाज
जल्द ही ऐसे कमर्शियल संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिनके पास फायर सेफ्टी के पर्याप्त इंतजाम तथा डिपार्टमेंट की ओर से जारी की गई फायर एनओसी नहीं है। सीएफओ चंद्रमोहन शर्मा का कहना है कि शहर में घनी आबादी में संचालित कमर्शियल कॉम्पलैक्स और संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी। और ऐसे संस्थानों को चिह्नित कर नोटिस जारी किए जाएंगे, जिनके पास फायर एनओसी नहीं है।

केस-1
22 मार्च को डीडीपुरम स्थित लूथरा टावर में मीटर पैनल में शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गई थी। घटना के समय टॉवर में चौथी मंजिल पर संचालित द रूफयार्ड रेस्टोरेंट में बर्थडे पार्टी चल रही थी। जिसमें करीब 40 लोग मौजूद थे। आग लगने के बाद भगदड़ मच गई। कई लोगों ने केबिल के तार से नीचे उतरकर अपनी जान बचाई तो करीब 35 लोगों को फायर डिपार्टमेंट की टीम ने सकुशल बाहर निकाला था। जब जांच की गई तो पता चला कि टावर स्वामी के पास फायर एनओसी ही नहीं थी। सीएफओ ने बताया कि टावर के स्वामी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

केस-2
बीते शनिवार को बिहारीपुर के मोहल्ला ख्वाजा कुतुब पश्चिमी में घनी आबादी के बीच बने टेंट के गोदाम में अचानक लगी आग से हडक़ंम मच गया था। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटनास्थल पर नहीं पहुंच सकी थी। करीब 700 मीटर दूर से पानी ले जाकर आग बुझाई थी। साथ ही टेंट के गोदाम में फायर सेफ्टी का कोई भी उपकरण नहीं थी और न ही टेंट स्वामी के पास फायर एनओसी थी। ऐसे में विभागीय अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

वर्जन
बिना फायर एनओसी वाले संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही रिजर्व पुलिस लाइन में जिले भर के वॉलंटियर्स व होमगार्डों को आग बुझाने का प्रशिक्षण दिया गया है।
चंद्रमोहन शर्मा, सीएफओ