6.2 परसेंट स्टूडेंट्स पास
इस वर्ष जून में कंडक्ट किए गए नेट एग्जाम में टोटल 6.2 परसेंट स्टूडेंट्स पास हुए हैं। 24 जून को देश के 74 सेंटर्स पर टेस्ट कंडक्ट कराया गया। जिसके लिए 7,07,009 स्टूडेंट्स ने रजिस्टर्ड कराया था। जिसमें से 5,71,627 स्टूडेंट्स टेस्ट के लिए अपियर हुए। अपियर्ड स्टूडेंट्स में टोटल 43,957 कैंडीडेट्स ने नेट क्लियर किया। वहीं जेआरएफ के लिए टोटल 43,957 स्टूडेंट्स अपियर हुए थे। जिसमें से 3,625 स्टूडेंट्स ने क्लियर किया। नेट क्लियर करने का मिनिमम एलिजिब्लिटी क्राइटीरिया जनरल कैटेगरी के लिए 65 परसेंट, ओबीसी के लिए 60 परसेंट और एसटी व एससी के लिए 55 परसेंट माक्र्स निर्धारित हैं। ये माक्र्स तीनों पेपर्स के एवरेज माक्र्स होने चाहिए।
इस बार रिजल्ट में सुधार
वर्ष 2011 के मुकाबले न केवल अप्लाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी देखी गई। बल्कि क्वालीफाई करने वाले कैंडीडेट्स की संख्या भी डबल हुई है। लास्ट ईयर दिसम्बर में कंडक्ट किए गए टेस्ट में 3,90,115 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से 2,65,930 कैंडीडेट्स अपियर हुए। टोटल 13,859 स्टूडेंट्स ने टेस्ट को क्लियर किया। यहां क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 3.55 परसेंट रही। इसमें जेआरएफ के 3,237 स्टूडेंट्स शामिल रहे।
किए थे बड़े बदलाव
यूजीसी ने इस वर्ष जून से नेट के प्रारूप में दो बड़े बदलाव किए। जून के टेस्ट के लिए पहली बार आवेदन की प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑनलाइन कर दिया गया था। हालांकि सर्वर कैंडीडेट्स का दबाव झेल नहीं सका और यूजीसी को ऑफलाइन सेवा भी बहाल करनी पड़ी थी। वहीं सबसे बड़ा बदलाव करते हुए पहली बार नेट के सभी पेपर्स को ऑब्जेक्टिव कर दिया गया।