बरेली (ब्यूरो)। एनआरआई कोटे से एडमिशन दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाला सरगना महाराष्ट्र से पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। यह सरगना सरकारी इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। इतना ही नहीं इसके लिए बाकायदा डॉक्टर बनकर कैंडिडेट्स का इंटरव्यू भी लेते थे। ये गैंग यूपी के अलावा महाराष्ट्र आदि स्टेटों से कैंडिडेट्स के साथ एडमिशन कराने के नाम पर ठगी करते थे। बरेली साइबर सेल इंचार्ज अनिल कुमार ने टीम के साथ सरगना की लीडर को अरेस्ट कर लिया है।
बरेली व लखनऊ में दर्ज हैं केस
कैंट थाना निवासी सूबेदार मेजर विक्रम दत्त त्यागी ने बेटे का बीटेक में एनआरआई स्पांसरशिप कोटा से सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर 14 लाख 25 हजार रुपए दिए थे। लेकिन बेटे का एडमिशन नहीं हुआ। इसके साथ सूबेदार मेजर ओमपाल सिंह ने बेटी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एनआरआई स्पांसरशिप कोटा में एडमिशन दिलाने के नाम पर 20 लाख 45 हजार रुपए की धोखाधड़ी की 2023 में एफआईआर दर्ज कराई थी। पीडि़तों ने दर्ज कराई एफआईआर में बताया कि ठगों ने एडमिशन की पूरी प्रक्रिया भी कर ली। इंटरव्यू भी कर लिया लेकिन एडमिशन नहीं हुआ, तो ठगी का अहसास हुआ। मामले में विवेचना उच्च अफसरों के आदेश पर साइबर क्राइम थाना ने शुरू की। दोनों ठगी के मामले में आरोपित आनंद कुमार का नाम भी सामने आया। आनंद कुमार ही डॉक्टर हर्ष गोयल के नाम से कैंडिडेट्स का इंटरव्यू लेता था।
झारखंड का है निवासी
आंनद कुमार पुत्र सुरेन्द्र कुमार 32 वर्षीय निवासी हाउस नम्बर 293 एच, वॉच एंड वार्ड रेलवे कॉलोनी पम्पु तालाब के पास धनबाद झारखंड, मूल निवासी चीरागोडा, हीरापुर धनबाद झारखंड को अरेस्ट किया है। आरोपित ने बताया कि वह बीएससी किया हुआ है। मास्टर माइंड को गिरफ्तार करने वाली इंस्पेक्टर निरीक्षक अनिल कुमार, एसआई अमित कुमार, कांस्टेबल मुक्तेन्द्र देव और दीपक कुमार मौजूद रहे।
ऐसे करते थे ठगी
पुलिस गिरफ्त में आए ठग ने बताया कि वह गिरोह बनाकर सरकारी वेबसाइट से मिलती जुलती फर्जी वेबसाइट बनाते थे। सरकारी कॉलेजेज में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग में एडमिशन दिलोन का झांसा देते थे। एडमिशन के लिए जो भी कैंडिडेट्स उनके झांसा में आ जाते थे उनको डायरेक्टर बनकर बात करते थे। आरोपित आनंद कुमार एक्सपर्ट के रूप में डॉ। हर्ष कुमार गोयल बनकर इंटरव्यू लेता था। इसके बाद नोमिनी लेटर, एनओसी लेटर ईमेल पर भेज देते थे। बैंक अकाउंट में रुपए जमा करा लेते थे और धोखाधड़ी रुपए हड़प लेते थे। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए गिरोह के मास्टर माइंड ने बताया कि वह यूपी के साथ कई अन्य राज्यों में भी ठगी कर चुका है। उस पर आईटी एक्ट सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में लखनऊ और महाराष्ट्र के नॉर्थ मुंबई में भी केस दर्ज हैं।