8,224 स्टूडेंट्स की परीक्षा

स्टूडेंट्स भी प्री-बोर्ड, कोचिंग और स्कूल के जरिए अपनी प्रिप्रेशंस पूरी कर चुके हैं। अब उनका फोकस सेल्फ स्टडी पर ही है। सीबीएसई के रीजनल कोऑर्डिनेटर फादर ग्रेगरी ने बताया कि सिटी में 2012-13 के सेशन में सीबीएसई के 10वीं क्लास के 42 स्कूल्स के 4,441 स्टूडेंट्स और 12वीं क्लास के 33 स्कू ल्स के 3,783 स्टूडेंट्स एग्जाम्स में बैठेंगे। अंतिम दिनों में स्टूडेंट्स प्रिपरेशन को फाइनल टच देने के लिए कोर्स के रिवीजन में लगे हुए हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट कोचिंग जा कर अपनी प्रॉब्लम्स को शॉर्ट आउट कर रहे हैं। इससे उनमें कॉन्फिडेंस तो आ रहा है लेकिन टेंशन कम नहीं है।

पहले पेपर को लेकर कॉन्फिडेंट

सीबीएसई के क्लास 12वीं के एग्जाम 1 मार्च से शुरू हो रहे हैं ़ अब एग्जाम है तो टेंशन तो होगी ही लेकिन स्टूडेंट्स अपनी प्रिपरेशन को लेकन काफी कॉन्फिडेंट नजर आ रहे हैं। इंटर के स्टूडेंट्स का पहला पेपर इंग्लिश का है। इस सब्जेक्ट को लेकर उन्हें ज्यादा टेंशन नहीं है इस वजह से वह थोड़ा रिलैक्स भी हैं और लास्ट टाइम में दूसरे सब्जेक्ट्स के रिवीजन पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। एक्सपट्र्स के मुताबिक बोर्ड के स्टूडेंट्स आमतौर पर लैंग्वेज के पेपर के लिए टेंशन में नहीं रहते हैं। वहीं लैंग्वेज के पेपर्स में अच्छे माक्र्स स्क ोर करना भी आसान होता है क्योंकि इसका सिलेबस ईजी होता है। इंग्लिश का फस्र्ट पेपर होना स्टूडेंट्स अच्छा स्टार्ट मान रहे हैं।

क्लास 12 के स्टूडेंट्स की टेंशन 4 मार्च से होने वाले एग्जाम्स से बढ़ रही है। इस दिन से स्ट्रीम्स के सभी इंपोर्टेंट सब्जेक्ट्स के एग्जाम्स होने वाले हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स की टेंशन आने वाले एग्जाम्स को लेकर ज्यादा है।

एग्जाम प्रेशर है भारी

एग्जामिनेशन प्रिपरेशन के लिए एक तरफ जहां स्टूडेंट्स जमकर पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं उन पर परफॉर्मेंस प्रेशर भी कम नहीं है। कुछ मामलों में तो बात यहां तक पहुंच गई है कि डॉक्टर्स ने स्टूडेंट्स को एग्जामिनेशन अटेंप्ट करने के लिए ही मना कर दिया है। इस प्रेशर के तले स्टूडेंट्स के साथ-साथ उनके पेरेंट्स भी डिप्रेस हो रहे हैं। साइकि याट्रिस्ट डॉ। नवीन सहाय के मुताबिक लास्ट वन मंथ से एग्जामिनेशन के  टेंशन क ो लेकर उनके पास एक दिन में 2-3 केसेज सामने आ रहे हैं। इन केसेज में दो तरह की प्रॉब्लम्स सामने आ रही हैं, जिसमें पहली तो परफार्मेंस प्रेशर की वजह से स्टूडेंट्स को होने वाली प्रॉब्लम्स हैं, वहीं दूसरी प्रॉब्लम पेरेंट्स की है। इनमें ऐसे पेरेंट्स शामिल हैं जो अपने बच्चों क ो लेकर ज्यादा पजेसिव होते हैं।

पॉजीटिव एप्रोच रखें

साइकोलॉजिस्ट डॉ। हेमा खन्ना ने स्टूडेंट्स को पॉजीटिव एप्रोच रखने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि ये नहीं किया। मेरा क्या होगा। स्टूडेंट्स को इन वड्र्स से बचना चाहिए।

स्टूडेंट्स के लिए मौजूद है सीबीएसई की हेल्पलाइन

एग्जाम्स प्रेशर से रिलीफ दिलाने के लिए सीबीएसई ने भी हेल्पलाइन की शुरुआत की है। स्टूडेंट्स के साथ पेरेंट्स भी इस हेल्पलाइन की हेल्प ले सकते हैं। टॉल फ्री नम्बर 1800-11-8002 पर कॉल कर क्वेरीज के रिलेटेड सीबीएसई के एक्सपट्र्स से इंफॉर्मेशन ले सकते हैं। इसके अलावा सीबीएसई ने अपनी वेबसाइट पर स्ट्रेस हटाने के लिए कई प्रिंटेड मैटीरियल भी अपलोड किया है। जिसके माध्यम से एग्जाम्स प्रेशर को दूर भगाने के टिप्स दिए गए हैं। इसके अलावा, बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर शॉर्ट डाक्यूमेंट्री फिल्म भी लोड कर रखी है। स्माइल थ्रू स्ट्रेस नाम की इस शॉर्ट फिल्म के माध्यम से सीबीएसई ने स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को स्ट्रेस से बाहर आने के सिंपल टिप्स दिए हैं। इसके अलावा बोर्ड ने स्ट्रेस के सिंपटम्स देने के साथ उसके मैनेजमेंट के भी टिप्स दिए हैं।

टिप्स फॉर स्टूडेंट्स

-जो पढ़ा है उसी को लिखकर रिवाइज कर लें। टाइम टेबल के चक्कर में अब न पड़े।

-हार्ड और न्यू टॉपिक को समझने में टाइम वेस्ट न करें।

-कंटीन्यूअस एक घंटा न पढ़ें। पढ़ाई के दौरान ब्रेक दें और अपने टॉपिक्स व सब्जेक्ट को भी चेंज करते रहें।

-अर्ली मॉर्निंग उठें और लेट नाइट तक पढऩे से बचें।

-डाइट स्किप न करें और हैवी डाइट से बचें।

-मॉर्निंग में लाइट एक्सरसाइज जरूर करें। रिफ्रेश होने के लिए इंडोर एक्टिविटीज में ही इनवॉल्व हों।

-ग्रुप स्टडी से बचें। एग्जाम्स से पहले 6 घंटे की पूरी नींद लें।

-कनेक्टिव लर्निंग करें और अपने टॉपिक्स को किसी के साथ कनेक्ट कर मेमोराइज करें।

टिप्स फॉर पेरेंट्स

-बच्चों पर किसी भी प्रकार का प्रेशर न डालें।

-उनका भार हल्का करें और घर का काम न कराएं।

-उनके साथ उठें और जल्दी सोने के लिए कहें।

-बच्चों के साथ हेल्दी टाइम स्पेंड करें और टोका-टाकी न करें।

-ऐसे मौके पर घर के एक बड़े मेंबर को पूरे दिन साथ में रहना जरूरी है।

-जितना हो सके शादियों और पार्टीज से बचें। घर के माहौल को स्ट्रेस फ्री बनाएं।

मेरी सारी पढ़ाई हो चुकी हैं, रिवीजन चल रहा है ़ अब तो प्रिपरेशन को बस लास्ट टच दे रहा हूं ़ मुझे कोई खास नर्वसनेस भी नहीं है ़

शुभम शुक्ला, बिशप कोनरॉड स्कूल, क्लास 12

तैयारी तो पूरी है पर थोड़ी घबराहट हो रही है। मुझे सबसे ज्यादा टेंशन केमेस्ट्री को लेकर है, इसके लिए ही मैं नर्वस फील कर रहा हूं।

आकाश वर्मा, बिशप कोनरॉड स्कूल, क्लास 12