बरेली (ब्यूरो)। शहर में चार अगस्त से कलर कोडिंग और निर्धारित किए गए रूट के अनुसार ही ई-रिक्शा का संचालन होना था। नई व्यवस्था के तहत रूल्स फॉलो नहीं करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। इस नई व्यवस्था पर ई रिक्शा चालकों ने रोष जताते हुए विरोध कर दिया। सुबह से हो रही पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए रिक्शा चालक एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट डीएम को ज्ञापन देने के लिए पहुंचे। दर्जनों ई-रिक्शा लेकर पहुंचे संचालकों ने एसएसपी ऑफिस गेट के आगे ई-रिक्शा की लाइन लगा दी। इसके बाद वह कलेक्ट्रेट गेट पर ज्ञापन देने पहुंचे। ऑटो एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना है कि उन्होंने सीएम को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट रेनू सिंह को सौंपा है।
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दोपहर 12 बजे श्यामगंज
कलर कोड के हिसाब से शहर में ई-रिक्शा संचालन के लिए प्रशासन ने लिस्ट जारी की। इस नए रूल्स को चार अगस्त से फॉलो करना था। पुलिस ने इसके लिए सुबह से एक्शन लेने का काम शुरू किया तो देखा किसी ई-रिक्शा पर कलर कोड की पट्टिका ही नहीं थी, और न ही वह अपने निर्धारित रूट पर चल रहे थे। इसी कारण पुलिस होने के बाद भी दोपहर 12 बजे चौराहा पर जाम की समस्या डेली की तरह बार-बार बन रही थी।
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दोपहर एक बजे सैटेलाइट
सैटेलाइट पर दोपहर एक बजे का समय वही डेली की तरह बेतरतीब ढंग से दौड़ते ई-रिक्शा। किसी भी ई-रिक्शा पर कोई कलर पट्टिका भी नहीं दिखाई दे रही थी। हालांकि पुलिस जरूर मौजूद थी लेकिन कोई एक्शन मोड़ में नहीं दिख रही थी। बेहिसाब ढंग से रोड पर मनमाने ढंग से जाम की स्थित बनाते रहे। लेकिन कहीं पर भी ई-रिक्शा चालकों पर रूट और कलर पट्टिा का कोई असर दिखाई नहीं दिया।
ट्रैफिक पुलिस ने चस्पा किए रूट
ई-रिक्शा रूट को लेकर शुक्रवार को ट्रैफिक पुलिस ने नोटिस चस्पा किए। अटल पुल व सैटेलाइट पुल के नीचे नोटिस चस्पा किया गया। जिसमे ई-रिक्शा के नंबर सहित रूटों की जानकारी शामिल थी। जानकारी के लिए दोनों ही स्थानों पर बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चालक पहुंचे। ट्रैफिक पुलिस कार्यालय पहुंचकर जानकारी जुटाते रहे। एसपी ट्रैफिक राम मोहन ङ्क्षसह ने बताया कि पहले दिन तय रूट पर न चलने में किसी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई। नोटिस चस्पा करने के साथ एक-एक को रूट की जानकारी दे दी जा रही है। गलत रूट पर चलने वालों को हिदायत दी जा रही है। व्यवस्था सुचारू होने के बावजूद तय रूट पर ना चलने वाले ई-रिक्शा चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की प्रत्येक रूट पर ड्यूटी तय की गई है।
निर्देश फॉलो कराना चैलेंज
शासन का निर्देश है कि शहर में ई-रिक्शा रूट के हिसाब से चलें। इस संबंध में दिशा निर्देश मिले हैं। इसी को लेकर कमिश्नर ने ई-रिक्शा संचालकों के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग भी की है।
समझाते रहे अफसर
कलेक्ट्रेट में डीएम शिवाकांत द्विवेदी मीटिंग में व्यस्त होने के कारण सीओ सिटी श्वेता यादव ने ई-रिक्शा चालकों और संगठन के पदाधिकारियों को समझाते हुए सैटरडे को आने के लिए कहा। शहर में कलर कोडिंग व्यवस्था लागू होने से ई रिक्शा चालक परेशान हो गए हैं। ई रिक्शा चालकों का कहना है कि पुलिस समझाने की वजह ई-रिक्शा से सवारी उतरवा दे रही है और आगे नहीं जाने दे रही। ई-रिक्शा एसोसिएशन के अध्यक्ष मनजीत सिंह बिट्टू की अगुवाई में कलेक्ट्रेट पहुंच ई-रिक्शा संचालकों ने कहा कि वह नई व्यवस्था की जगह पुरानी व्यवस्था के तहत ही संचालन करना चाहते हैं।
छह रूट किए निर्धारित
ई रिक्शा संचालकों को केवल छह रूट निर्धारित किए गए हैं। जिस कारण उन्होंने इसको लेकर समस्या बताई। इसके साथ ही उनके वाहन अगर लंबे रूट पर चलेंगे तो बैटरी खत्म होने का डर लगा रहता है। इसके लिए वह पहले जैसी व्यवस्था की मांग कर रहे थे।
यूनियन ने ये रखी मांगे
ई-रिक्शा गली मोहल्लों में सवारियों उतारते हुए निकलते हैं इसीलिए रूट बनाना गलत है।
जिस तरह ऑटो को 16 किमी की परिधि में जाने की छूट है उसी तरह ई-रिक्शा को भी छूट हो।
रूट बहुत सुनसान एरिया के दिए गए हैं इन रूटों पर पैसेंजर्स नहीं मिलेंगे।
ई-रिक्शा प्रतिवर्ष 24 सौ रुपए आरटीओ को देते हैं।
प्रमुख सडक़ों पर ई-रिक्शा और ऑटो के लिए एक लेन बनाई जाए ताकि यातायात सुचारू रहे।
रूट बनने से ई-रिक्शा वालों को शोषण बढ़ जाएगा
मुख्य चौराहों पर ई-रिक्शा आना जाना प्रतिबंधित कर दिया जो गलत है।
नई गाडिय़ों की बिक्री पर रोक लगे इसके लिए नए ऑटो ई-रिक्शा की बिक्री पर रोक लगे।
चालान और ऑटो ई-रिक्शा सीज करने की कार्रवाई के दौरान दुव्र्यवहार करना गलत है।
जंक्शन पर दातागंज, सिरौली और बदायूं की बसों की एंट्री रोकी जाए।
मढ़ीनाथ, चौकी चौराहा, वंशीनगला, सिटी गल्ला मंडी, गन्ना मिल, कचहरी, चौकी चौराहा, किला और सिटी स्टेशन आदि पर रूट नहीं दिया गया है।
ऑटो ई-रिक्शा के लिए रूट न बनाकर रोड बनाई जाए लेन
धरना की दी चेतावनी
ई-रिक्शा एसोसिएशन के अध्यक्ष मनजीत सिंह बिट्टू का कहना है कि उनकी मांगे नहीं मानी जाएंगी तो वह 5 अप्रैल से दामोदार स्वरूप पार्क में धरना देंगे। धरना में महिलाएं एवं बच्चे भी शामिल रहेंगे।