-- 1,23,36,140 रुपए की संपत्ति की मालकिन हैं आयशा
-- 27,37,000 रुपए की बीमा पॉलिसी हैं आयशा के नाम
BAREILLY: सपा कैंडिडेट आयशा इस्लाम ने सैटरडे को करीब दो बजे अपना नॉमिनेशन फाइल कर दिया। बरेली लोक सभा क्षेत्र से दो बड़ी पार्टीज के कैंडिडेट ने नॉमिनेशन फाइल किया है। पिछले क्9 फरवरी को बसपा कैंडिडेट उमेश गौतम ने अपना नॉमिनेशन फाइल किया था। अब तक कुल पांच कैंडिडेट ने नामांकन पर्चा भरा है। आयशा पास चल-अचल संपत्ति करोड़ों में है। उनके नाम भ् फ्लैट है, लेकिन वे सिर्फ भ् हजार रुपए का ही मोबाइल यूज करती हैं। उनके पास कोई कार नहीं हैं। सोशल मीडिया में भी उनकी दखल ना के बराबर है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उनका कोई मेल एकाउंट भी नहीं है। सैटरडे आयशा इस्लाम ने जोर-शोर से अपना नामांकन भरा। कार्यालय से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकाला गया। आचार संहिता के नियमों को भी ताक पर रखा गया। वहीं आयशा को देखने के लिए कलेक्ट्रेट भी पूरी तरह से उमड़ पड़ा।
नई बस्ती से निकला काफिला
सपा कैंडिडेट आयशा इस्लाम ने लव लश्कर से साथ सैटरडे को नॉमिशन कराया। एक तरफ आगे-आगे बाइक पर सपोर्ट्स नारे लगा रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ प्रचार वैन से आयशा और उनके पति शाहजिल हाथ हिलाकर लोगों का अभिनंदन कर रहे थे। काफिला की वजह से सड़क पर जाम लग गया। करीब पौने दो बजे आयशा का काफिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचा। कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर लगे बैरियर के अंदर तक समर्थक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। यही नहीं तीन गाडि़यों से भी अधिक गाडि़यां ख्00 मीटर दूरी को पार कर आगे पहुंच गई। नामिनेशन के लिए भी अधिक लोगों ने भी अंदर जाने का प्रयास किया, लेकिन सिक्योरिटी में तैनात पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया।
वीरपाल और भगवत आए बाहर
आयशा के साथ नॉमिनेशन के लिए उनके पति शाहजिल इस्लाम, ससुर इस्लाम साबिर, राज्य मंत्री भगवत सरन गंगवार, मेयर डॉ। आईएस तोमर व जिलाध्यक्ष वीरपाल यादव भी पहुंचे। एक कैंडिडेट के साथ चार प्रस्ताव से अधिक ना जाने के चलते पहले शाहजिल इस्लाम नॉमिनेशन कक्ष के बाहर बाहर ही रोक दिया गया। बाद में वीरपाल यादव और मंत्री जी भी बाहर आ गए। आयशा ने नॉमिनेशन के दो सेट दाखिल किए। दोनों में प्रस्ताव उनके ससुर इस्लाम साबिर ही रहे।
करोड़ों की है चल-अचल संपत्ति
आयशा इस्लाम और उनके पति के पास करोड़ों की चल व अचल संपत्ति है। आयशा की चल संपति क्ब्,0क्,म्ख्9 रुपए और अचल संपति क्,09,फ्ब्,भ्क्क् रुपए है। वहीं उनके पति शाहजिल इस्लाम के पास कुल चल संपति क्9,0ख्,भ्म्भ् रुपए और अचल संपति म्क्,8ब्,भ्क्क् रुपए की है। आयशा ने खुद के पास नकदी के रूप में सिर्फ भ्क् हजार रुपए दिखाए हैं। उनके पति के पास नकदी के रूप में सिर्फ 80 हजार रुपए ही हैं। आयशा के दो बैंक एकाउंट हैं। एक एकाउंट में क्9,क्क्ब् रुपये और दूसरे में 7ब्,फ्क्भ् रुपए है। वहीं उनके पति के भी दो एकाउंट हैं। एक एकाउंट में क्,म्7,0म्9 रुपये और दूसरे एकाउंट में क्म्,97भ् रुपये जमा हैं। दोनों के पास कोई शेयर नहीं है।
लाखों की बीमा पॉलिसी
आयशा व उनके पति के नाम लाखों रुपये की दो बीमा पालिसी हैं। आयशा के नाम ख्7,फ्7,000 रुपये की बीमा पॉलिसी है। शाहजिल के पास क्ख्,9म्,000 रुपए की बीमा पॉलिसी है। वहीं उनके बेटे सर्फ इस्लाम के नाम भी फ्,ख्फ्,क्म्8 रुपये की बीमा पालिसी है। आयशा इस्लाम के पास साढ़े सात लाख रुपये की कीमत की ख्भ् तोला सोने की ज्वैलरी भी है, लेकिन उनके पति सिर्फ फ्0 हजार रुपये की एक सोने की अंगूठी ही पहनते हैं।
आयशा भी हैं बे'कार'
बसपा कैंडीडेट उमेश गौतम की तरह सपा कैंडीडेट आयशा इस्लाम के पास भी कार नहीं है। हालांकि उनके पति के पास स्कार्पियो है। करोड़ों की चल-अचल संपत्ति होने के बावजूद आयशा सिर्फ भ् हजार रुपये का मोबाइल यूज करती हैं। वहीं उनके पति भी सिर्फ म् हजार रुपये का मोबाइल ही यूज करते हैं। पति के पास एक राइफल व रिवाल्वर भी है। दोनों पर ख्ख्-ख्ख् लाख का लोन भी है। ये लोन दुकान व मकान के लिए लिए गए हैं।
फ्लैट व दुकान की मालकिन
आयशा इस्लाम के पास करोड़ों की लागत के पांच फ्लैट-मकान व दो दुकाने हैं। उनके नाम भ्,90,000 रुपए कीमत की ख् एकड़ जमीन है। वहीं उनके पति के पास भी क्,ब्भ्,000 रुपए मूल्य की आधा एकड़ जमीन है। आयशा के नाम कोई भी प्लाट नहीं है, लेकिन उनके पति के नाम भिटौरा में दस लाख से अधिक की कीमत का प्लाट है। आयशा के नाम दो लाख रुपए की रबड़ी टोला में शॉप है। इसके अलावा उनके पति के नाम करीब भ्0 लाख की कीमत का क्यू बैंकट हॉल है। आयशा इस्लाम के नाम नैनीताल, बिहारीपुर, बहेड़ी, ब्रहमपुरा बरेली व गोमती नगर लखनऊ में फ्लैट व मकान हैं, जिनकी कीमत क्,09,फ्ब्भ्क्क् रुपये है। वहीं उनके पति शाहजिल के नाम क्,क्9,ख्9,9ख्क् रुपये की कीमत के दो फ्लैट नैनीताल व लखनऊ में हैं।
नहीं है कोई मेल आईडी
इस बार चुनाव आयोग सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है। इसके लिए नॉमिनेशन के दौरान ही पैरा फ् के तहत फार्म में मेल आईडी के बारे में जानकारी ली जा रही है। आयशा इस्लाम ने किंग अब्दुल अजीज यूनिवर्सिटी जैद्दा से बीकाम की पढ़ाई की है। उनके ही पार्टी के लोगों की मानें तो वह फेसबुक एकाउंट यूज करती हैं, लेकिन नामिनेशन फार्म में उन्होंने कोई भी मेल आईडी नहीं होने के बारे में लिखा है।
आयशा को देखने उमड़ा कलेक्ट्रेट
कलेक्ट्रेट में कर्मचारी अपनी डयूटी निभाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि आयशा इस्लाम नॉमिनेशन के लिए पहुंच रही हैं तो वहां मौजूद अधिकतर कर्मचारी अपना काम छोड़कर बाहर आ गए। बरामदे में खड़े होकर उन्हें ही देखने लगे। जब तक वह बाहर निकलकर नहीं चली गईं तब तक लोग वहां खड़े रहे।