नहीं ले रहे सबक

शहर में डेंगू के दस्तक देने के बावजूद जरूरी कदम न उठाने पर हेल्थ डिपार्टमेंट और सीएमओ ने अपनी काफी किरकिरी कराई थी। लेकिन डेंगू की रोकथाम पर लापरवाही उजागर होने के बाद सीएमओ ने इस बारे में एक्शन लेते हुए कुछ कदम भी उठाए। जिनमें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में क्राइसिस वार्ड को डेंगू वार्ड बनाए जाने के साथ ही उसमें पेशेंट्स के लिए मच्छरदानी के भी इंतजाम कराए गए। जिससे दूसरे पेशेंट्स को सस्पेक्टेड डेंगू से इंफेक्शन होने का खतरा न हो। लेकिन सिटी के ज्यादातर प्राइवेट हॉस्पिटल्स में इस तरह के इंतजाम नहीं अपनाए गए।

वार्ड बना dengerous place

सिटी के प्राइवेट हॉस्पिटल्स में सस्पेक्टेड डेंगू और दूसरी बीमारियों के पेशेंट्स को एक ही वार्ड में एडमिट किया जा रहा है। डेंगू के इलाज में मोटा मुनाफा कमाने में जुटे ये हॉस्पिटल्स अलग से डेंगू वार्ड बनाने की मेहनत से बच रहे हैं। ऐसे में सस्पेक्टेड डेंगू पेशेंट्स को आईसीयू से लेकर इमरजेंसी और जनरल वार्ड तक में बाकी पेशेंट्स के साथ ही एडमिट किया जा रहा है। पेशेंट्स को मच्छरदानी नहीं दी जा रही है। इससे बाकी पेशेंट्स के भी डेंगू की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है।

Tests और दवा में मनमानी

सिटी के डेंगू अफेक्टेड एरियाज बमनपुरी, बिहारीपुर, सीताराम कूंचा, जोगी नवादा और मलूकपुर के अलावा शाहजहांपुर, बदायूं और दूसरे जिलों से भी पेशेंट्स इन प्राइवेट हॉस्पिटल्स में इलाज को जुट रहे हैं। लेकिन दूर-दूराज के एरियाज से आए इन पेशेंट्स को इन हॉस्पिटल्स में ठगा जा रहा है। डेंगू का इलाज कराने आए पेशेंट्स ने बताया कि वार्ड में एडमिट कराने के नाम पर बेड चार्जेज एडवांस में वसूले जा रहे हैं, लेकिन सुविधा बिल्कुल नहीं मिल रहीं। वहीं पेशेंट्स से टेस्ट और दवाओं के नाम पर मनमाने पैसे लिए जा रहे हैं। कुछ तीमारदारों ने बताया कि दवा पर दाम कुछ और लिखा होता है, लेकिन रसीद में पैसे ज्यादा लिए जाते हैं।

हॉस्पिटल्स में सस्पेक्टेड डेंगू के पेशेंट्स के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था होनी चााहिए। प्राइवेट हॉस्पिटल्स को सस्पेक्टेड डेंगू पेशेंट््स के लिए मच्छरदानी प्रोवाइड करने के लिए कहा था, लेकिन ज्यादातर हॉस्पिटल्स ने इसे फॉलो नहीं किया। ऐसे हॉस्पिटल्स को जल्द ही नोटिस दिया जाएगा। साथ ही पेशेंट्स के इलाज और जरूरी एहतियात न बरतने पर हॉस्पिटल्स के खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा।

- डॉ। विजय यादव, सीएमओ