मार्केट में भी सेफ नहीं हैं गर्ल्स
पुलिस के सारे दावे फिर हुए हवा-हवाई
BAREILLY: दो साल बाद दिल्ली में एक बार फिर दिसंबर में ही एक टैक्सी कैब ड्राइवर ने रेप की वारदात को अंजाम देकर पूरे देश में लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है। यही वजह है कि गर्ल्स व्हीकल हो या फिर रोड, स्कूल-कालेज हो या मार्केट सभी जगह खुद को अनसेफ ही महसूस कर रही हैं। बहशी नजरें गर्ल्स का हर जगह पीछा करती रहती हैं। जब भी कोई मामला सामने आता है तो पुलिस-प्रशासन गर्ल्स की सेफ्टी के लिए तमाम दावे करता है। कुछ दिन पुलिस एक्शन में भी दिखायी पड़ती है, लेकिन कुछ दिनों बाद ही सख्ती टांय-टांय फुस्स हो जाती है। बरेली में भी पुलिस-प्रशासन ने गर्ल्स की सेफ्टी के लिए कई कदम उठाए, लेकिन हकीकत सबके सामने है। क्या है बरेली के स्कूल-कालेज, चौराहा और मार्केट्स का हाल आइए बताते हैं
प्लेस- गांधी उद्यान चौक टाइम-11:40 एएम
गांधी उद्यान चौक सिटी का मेन चौक है। इस चौराहा से गर्ल्स का आना-जाना ज्यादा ही रहता है, क्योंकि गांधी उद्यान में टहलने के लिए गर्ल्स आती हैं। इसके अलावा आसपास में कई हॉस्पिटल हैं जहां लेडी स्टाफ जाती हैं। ऐसे में, यहां पुलिस का होना काफी जरूरी हो जाता है, लेकिन यहां कोई भी पुलिसकर्मी कभी नजर नहीं आता है। वेडनसडे को भी यहां कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आया। जबकि चौराहा पर पुराना पुलिस पिकेट भी बना हुआ है। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस बूथ भी है।
प्लेस- अवंतीबाई गर्ल्स डिग्री कालेज टाइम- 11:45 एएम
अवंतीबाई गर्ल्स डिग्री कालेज के पास अक्सर मनचलों के खड़े होने की शिकायतें मिलती रहती हैं। इसके अलावा कुछ मनचले सामने बने होटल और रेस्टोरेंट के बाहर खड़े रहते हैं। लगातार शिकायतें मिलने के बाद यहां पर लेडी कांस्टेबल की तैनाती की गई थी, लेकिन अब यहां कोई भी लेडी कांस्टेबल नजर नहीं आती है। वेडनसडे को भी कोई भी लेडी कांस्टेबल नजर नहीं आयी। कालेज गेट पर सीसीटीवी कैमरे जरूर लगाए गए हैं लेकिन कैमरे से सिर्फ सामने का एरिया ही कवर हाेता है।
प्लेस-बीसीबी ईस्ट गेट टाइम-11:50 एएम
बरेली कालेज डिस्ट्रिक्ट का सबसे बड़ा कालेज है। इस कालेज में ब्वायज और गर्ल्स दोनों स्टडी करते हैं। बीसीबी के ईस्ट गेट पर हमेशा मनचलों का जमघट लगा रहता है। मनचलों से परेशान होकर छात्राओं ने कालेज प्रशासन से शिकायत भी किया था। शिकायत पर पुलिस के ने गेट पर बज्र तैनात कर दिया था.कुछ दिनों तक लगातार बज्र तैनात भी रहा, लेकिन अब यहां से बज्र गायब हो गया है। यहां बज्र तो दूर कोई पुलिसकर्मी तक नजर नहीं आया। यही नहीं यहां कालेज गेट पर कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा है।
प्लेस- श्यामगंज चौक टाइम-11-55 एएम
श्यामगंज चौक सिटी का सबसे बिजी चौक है। इस चौक के आसपास मार्केट और सब्जी मंडी भी है। इसके अलावा यहां से कालेज गोइंग गर्ल्स का भी आवागमन रहता है। चौराहा के चारों और आटो और रिक्शा वाले खड़े रहते हैं। जो जबरन महिलाओं को भी अपने व्हीकल में बैठाते हैं। इस तरह से वह छेड़छाड़ भी कर देते हैं। इसके बावजूद यहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रहता है। यहां ट्रैफिक पुलिस की तैनाती होती है लेकिन होमगार्ड ही नजर आते हैं। हां कुछ दूरी पर चौकी जरूर बनी हुई है।
प्लेस- साहू रामस्वरूप गर्ल्स डिग्री कालेज टाइम-2:02 पीएम
साहू रामस्वरूप गर्ल्स डिग्री कालेज भीड़-भाड़ वाले एरिया में स्थित है। यहां से गर्ल्स का निकलना काफी मुश्किल होता है। क्योंकि आसपास की दुकानों पर मनचले खड़े रहते हैं। पहले यहां पर गर्ल्स की सेफ्टी के लिए लेडी कांस्टेबल तैनात रहती थी लेकिन अब यहां से भी लेडी कांस्टेबल गायब हो गई हैं। वेडनसडे को भी यहां कोई भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आया।
प्लेस- साहू रामस्वरुप गर्ल्स इंटर कालेज, टाइम-2:05 पीएम
साहू गोपीनाथ गर्ल्स इंटर कालेज, साहू रामस्वरूप डिग्री कालेज से चंद कदम की दूरी पर ही है। डिग्री कालेज की तरह यह कालेज भी भीड़-भाड़ वाली जगह पर स्थित है। यहां भी डिग्री कालेज की तरह ही हाल रहता है। आए दिन यहां मनचले खड़े होने की शिकायत मिलती है। पहले यहां भी लेडी कांस्टेबल की डयूटी लगायी जाती थी लेकिन अब यहां भी सभी जगह जैसे हालात हैं।
प्लेस- बीसीबी पश्चिम गेट टाइम-2:10 पीएम
बीसीबी वेस्ट गेट कालेज का मेन गेट है। यहां से रोजाना सैकड़ों गर्ल्स पढ़ने के लिए आती हैं। गेट के सामने ही मनचलों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां अक्सर छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं इसके बावजूद यहां किसी भी पुलिसकर्मी की तैनाती नहीं होती है। वेडनसडे को कालेज गेट पर दो युवक बाहरी खड़े हुए थे। एक के हाथ में न्यूजपेपर था तो दूसरा मोबाइल पर बात कर रहा था। यहां प्राइवेट गार्ड मौजूद था लेकिन वह आराम से बैठा हुआ था। जब कैमरा देखा तो बाहर निकला और लोगों को गेट से भगाने लगा।
प्लेस- पटेल चौक टाइम-2:15 पीएम
अयूब खां चौराहा भी काफी बिजी चौराहा है। यहां से स्कूल-कालेज गर्ल्स के साथ-साथ सैकड़ों महिलाओं का भी निकलना होता है। यहां पर सिविल लाइंस पुलिस चौकी भी बनी हुई है। लेकिन वेडनसडे को चौकी पर कोई भी नजर नहीं आया। चौकी अंदर भी खाली थी और बाहर भी कोई मौजूद नहीं था। ऐसे में यदि किसी लड़की से कोई छेड़छाड़ करे तो उसे शिकायत करने के लिए पुलिस नहीं ि1मलेगी।
प्लेस- कुतुबखाना मार्केट टाइम-1:20 पीएम
बरेली की मार्केट की बात करें तो किसी भी मार्केट में कोई भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं रहता है। जबकि मार्केट में छेड़छाड़ की घटनाएं आम हैं। मनचले भीड़ का ही फायदा उठाकर छेड़छाड़ करते हैं। कोई महिला शिकायत भी करती है तो उससे झगड़ा करने पर भी उतारू हो जाते हैं। कुतुबखाना मार्केट के पास पुलिस पिकेट बनी हुई है लेकिन सिर्फ दिखावे के लिए है। यहां कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं रहता है।
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सिर्फ दावों तक ही सीमित है पुलिस की सिक्योरिटी
सिटी में गर्ल्स की सेफ्टी के लिए पुलिस के द्वारा टाइम-टाइम पर प्लानिंग की गई। स्कूल-कालेज के बाहर लेडी कांस्टेबल की तैनाती के निर्देश दिए गए। जुलाई माह में सेंट मारिया की प्रिंसिपल की शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर सभी स्कूल-कालेज के साथ मीटिंग की गई थी। स्कूल-कालेज के गेट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश हुए थे। इसके अलावा स्कूल-कालेज के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती के भी आदेश हुए थे। कुछ दिनों तक पुलिस नजर भी आयी लेकिन उसके बाद सब जैसे का तैसा हो गया।
सिर्फ नाम की रह गई शक्ति
फरवरी माह में एसएसपी जे रविंद्र गौड़ ने चीता मोबाइल की तरह सिटी में गर्ल्स की सेफ्टी के लिए शक्ति मोबाइल की शुरुआत की थी। सबसे पहले तीन शक्ति मोबाइल स्कूटी से स्टार्ट की गई थीं। इनमें प्रत्येक शक्ति पर दो महिला कांस्टेबल की वायरलेस सेट के साथ डयूटी लगायी गई थी। एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा ने आगे चलकर और शक्ति मोबाइल चलाने की बात कही थी लेकिन न तो शक्ति की संख्या बढ़ाई गई और जो शक्ति लगी भी हैं वो सिर्फ नाम की ही शक्ति रह गई हैं।
नहीं उड़ रहा फ्लाइंग स्क्वायड
लास्ट ईयर मई माह में डीजीपी के निर्देश पर तत्कालीन आईजी आलोक शर्मा के निर्देश पर महिला थाना में फ्लाइंग स्क्वायड बनाया गया था। सिटी की मार्केट व स्कूलों के बाहर कुछ दिन अभियान भी चलाया गया था। तत्कालीन एसपी सिटी ने भी बीसीबी, अवंतीबाई कालेज, फूलबाग व अन्य जगह छापेमारी की थी। कुछ मनचलों को पकड़ा भी गया था लेकिन अब कहीं भी फ्लाइंग स्क्वायड उड़ता नजर नहीं आता है।
न बज्र अौर न रक्षक का अता-पता
एसएसपी आकाश कुलहरि के टाइम में स्कूलों व कालेज के बाहर बज्र व रक्षक वाहन की तैनाती की गई थी। इसके तहत इन व्हीकल को स्कूलों में छुट्टी के वक्त घूमना था। इसकी डयूटी कंट्रोल रूम से लगती थी। कुछ दिनों दोनों व्हीकल नजर भी आए लेकिन बाद में न जाने कहां दोनों गायब हो गए।
लेडी कांस्टेबल नजर नहीं आती
स्कूलों के बाहर महिला लेडी कांस्टेबल की डयूटी भी लगायी गई थी। । कुछ दिनों तक लेडी कांस्टेबल नजर भी आयीं लेकिन बाद में कोई नजर नहीं आया। इन सब के अलावा भी वूमेन पावर लाइन का प्रचार, क्राइम अगेंस्ट वूमेन पर आनलाइन शिकायत समेत कई योजनाएं पुलिस के द्वारा चलायी गई लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं।