बरेली (ब्यूरो)। कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन का प्रकोप बाहरी प्रदेशों में लगातार बढ़ रहा है। इसे लेकर शासन ने भी अलर्ट जारी किया है। वहीं कोरोना से बचाव की गाइडलाइन का भी कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में अब जिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को गाइडलाइन का पालन करना होगा नहीं तो उन्हें इलाज नहीं दिया जाएगा।

मास्क लगाना जरूरी
एडीएसआईसी डॉ। सुबोध शर्मा ने फ्राइडे को जिला अस्पताल के सभी डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के साथ बैठक कर निर्देश दिए कि ओपीडी और आईपीडी में मरीजों को मास्क लगाना अनिवार्य है, मरीज के तीमारदार भी इसका पालन करें। अगर ओपीडी में आने वाले मरीज के मुंह पर मास्क नहीं लगा हुआ है तो उसको ट्रीटमेंट बिल्कुल न किया जाए, मास्क लगा होने पर ही परामर्श और इलाज दिया जाए।

सोशल डिस्टेसिंग को गठित की टीम
कोरोना की सेकेंड वेव का असर कम होने के बाद कोरोना से बचाव की गाइडलाइन की ओपीडी में मरीज धज्जियां उड़ा रहे हैं लेकिन अब ओपीडी में सोशल डिस्टेसिंग फॉलो कराने के लिए दोनों ही गेट पर दो टीमों को लगाया गया है, जो कि सोशल डिस्टेसिंग फॉलो कराएंगी। अगर कोई इसे फॉलो नहीं करेगा तो उस मरीज को भी इलाज नहीं दिया जाएगा।

बिना एंटीजन जांच टेस्ट नहीं
वर्तमान व्यवस्था की बात करें तो जिला अस्पताल स्थित पैथोलॉजी में अभी बिना कोरोना जांच के ही टेस्ट किए जा रहे हैं। लेकिन प्रबंधन के अनुसार अगर शहर में किसी मरीज में कोरोना के नये वैरिएंट की पुष्टि होती है तो पैथोलॉजी में बिना एंटीजन जांच रिपोर्ट के टेस्ट नहीं किए जाएंगे।

फैक्ट फाइल
- 325 बेड हैं जिला अस्पताल में
- 1200-1500 करीब डेली ओपीडी में आते हैं पेशेंट्स
- 100 से अधिक डेली भर्ती होते हैं पेशेंट्स

वर्जन
ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए मास्क लगाना और सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है, जो मरीज इसको फॉलो नहीं करेगा उसे ट्रीटमेंट नहीं दिया जाएगा। वहीं निगरानी को टीमें भी बनाई गई हैं।
डॉ। सुबोध शर्मा, एडीएसआईसी