सबसे बड़ी डकैती का बुलंदशहर डकैती से नहीं जुड़ सका लिंक
डीआईजी ऑफिस की टीम भी कर रही है जांच
BAREILLY: सबसे बड़ी डकैती को क्ख् दिन पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक डकैत पुलिस की पहुंच से दूर हैं। जब भी कहीं दूसरी बड़ी वारदात होती है तो पुलिस वहां से डकैती का लिंक जोड़ना शुरू कर देती है लेकिन दूसरे दिन सब कुछ जैसे के तैसा हो जाता है। बुलंदशहर में शोरूम में वर्दीधारियों के द्वारा डकैती डालने के बाद बरेली पुलिस को उम्मीद जगी थी कि शायद केस का खुलासा हो जाए लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ।
नौकरों ने नहीं पहचाने वर्दीधारी
रामपुर गार्डन डकैती मामले की जांच फ्राइडे को एसटीएफ को सौंप दी गई थी। एसटीएफ ने एसएचओ के साथ भी मीटिंग कर घटना की डिटेल कलेक्ट की। बुलंदशहर की घटना में सीसीटीवी कैमरे में कैद वर्दीधारियों की भी फुटेज मंगाई गई थी लेकिन नौकरों ने इन्हें भी पहचानने से इंकार कर दिया।
सिर्फ सिपाही जाते हैं टीम में
बुलंदशहर में डकैती के बाद पुलिस अधिकारियों ने दावा किया था कि बुलंदशहर के लिए टीम भेजी गई है। सोर्सेस की मानें तो टीम के रूप में कुछ सिपाही ही गए थे। इतना बड़ा मामला होने के बावजूद किसी भी एसआई को भेजने की जहमत नहीं उठायी गई। इसके अलावा उत्तराखंड व अन्य जगह भी टीमें भेजने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन टीमों में कौन गया है और वो क्या कर पाते हैं, कोई नहीं जानता।
पंडित नाम के बदमाश की तलाश
इस केस को ओपन करने के लिए जिले के साथ-साथ रेंज के पुलिसकर्मी भी लगे हुए हैं। सैटरडे को डीआईजी ऑफिस के भी दरोगा कोतवाली में मामले की जांच के लिए पहुंचे और एसएचओ से जानकारी कलेक्ट की। किसी एक पंडित नाम के फेमस बदमाश के बारे में भी डिटेल कलेक्ट की।