नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने चार्जशीट दायर की, आरोपों पर मांगा जवाब

मुख्य सफाई इंस्पेक्टर से किला गैराज व वार्डो के इंचार्ज पद से हटाया

BAREILLY:

नगर निगम स्वास्थ्य विभाग में घूसखोर मुख्य सफाई इंस्पेक्टर के खिलाफ थर्सडे को कार्रवाई का डंडा चल गया। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। एसपीएस सिंधु ने मुख्य सफाई इंस्पेक्टर विमल कुमार मिश्रा के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर दी। इसके अलावा मुख्य सफाई इंस्पेक्टर को किला गैराज व आवंटित किए गए वार्डो के इंचार्ज पद से भी हटा दिया गया है। घूस के मामले में दोषी पाए गए मुख्य सफाई इंस्पेक्टर के खिलाफ ख् जुलाई ख्0क्ब् को ही कार्रवाई के निर्देश जारी होने के बाद भी वह महीनों बचा रहा। 8 जनवरी ख्0क्भ् को आईनेक्स्ट में इस फर्जीवाड़े और घूसखोरी का खुलासा करते हुए इस खबर को प्रमुखता से पब्लिश किया था। जिसके बाद लंबे समय से बच रहे मुख्य सफाई इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की प्रोसेस शुरू हुई।

क्ब् दिन में जवाब-तलब

नगर स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से मुख्य सफाई इंस्पेक्टर को चार्जशीट की तारीख से अगले क्ब् दिन में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। पूरे मामले में नगर आयुक्त के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह को जांच अधिकारी बनाया गया है। मुख्य सफाई इंस्पेक्टर को इन क्ब् दिनों में अपना जवाब अपर नगर आयुक्त को देना होगा। वहीं किला गैराज व आवंटित वार्डो के इंचार्ज पद से हटाए गए मुख्य सफाई इंस्पेक्टर को मामले में आखिरी आदेश होने तक मोहनपुर ठिरिया स्लॉटर हाउस का इंचार्ज पद दिया गया है।

यह है घूसखोरी का मामला

मुख्य सफाई इंस्पेक्टर के खिलाफ बीते साल क्म् जून को 70 हजार रुपए लेकर वार्ड म् के एक सफाई कर्मचारी को वार्ड 7 में सफाई नायक बनाने की कंप्लेन डीएम से की गई थी। डीएम के आदेश पर निगम में शुरू की गई मामले की जांच में आरोप सही पाए गए। जिसके बाद ख् जुलाई को नगर आयुक्त ने दोषी मुख्य सफाई इंस्पेक्टर के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने व नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए थे। लेकिन म् महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद दोषी मुख्य सफाई इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई ठंडे बस्ते में पड़ी रही।