निगम गैराज से लाखों रुपए के गार्डर चोरी, मिलीभगत की आशंका
अस्थाई चौकीदार के भरोसे थी सुरक्षा, निगम कराएगा एफआईआर
सिविल लाइंस गोदाम का मेयर व अपर नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
BAREILLY: दीपावली पर लंबी छुट्टियां मना रहे नगर निगम के गोदाम से लाखों रुपए का सामान चोरी हो गया। ख्फ् अक्टूबर को दोपहर में चोरों ने बड़े इतमीनान से स्वास्थ्य विभाग के स्टोर का बंद गेट खोलकर करीब 70 लोहे के गार्डर डीसीएम ट्रक में लोड किया और चलते बने। दिन दहाड़े हुई इस चोरी की भनक तक निगम के अफसरान को न लगी। चौकीदार के रोकने पर चोरों ने उसे गैराज का सामान हटाए जाने की बात कही और माल लेकर फरार हो गए। लंबी छुट्टी के बाद मंडे को जब निगम खुला तो मामले का खुलासा हुआ। बंद गैराज से बड़े इतमीनान से की गई इस चोरी में निगम के अंदरूनी लोगों के भी मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है।
लाखों के हैं गार्डर
निगम में स्वास्थ्य विभाग के गैराज में लोहे के गार्डर रखे गए थे। इनमें से ज्यादातर गार्डर निगम की ओर से जब्तशुदा हैं, जो अवैध तरीके से लगाए जाने पर जब्त किए गए। इनमें से कई के टूटने या हटाए जाने के विवाद कोर्ट में चल रहे हैं। निगम की कस्टडी में रखे गए हर एक गार्डर की बाजार कीमत करीब म् हजार रुपए बताई जा रही। जो कुल मिलाकर ब्-भ् लाख रुपए के करीब बैठ रही है। इन गार्डर को जिस गैराज में रखा गया था, उसके गेट पर लगा ताला खोला गया और बाद में ताला भी बदल दिया गया था।
अस्थाई चौकीदार के भरोसे सुरक्षा
नगर निगम में विभागों और संपत्ति की सुरक्षा की जिम्मेदारी एक अस्थाई चौकीदार के भरोसे डाली गई है। छुट्टियों के दिन निगम का यह अस्थाई चौकीदार ही बिना वर्दी-हथियार के चौकसी बरतता है। ख्फ् अक्टूबर को हुई चोरी के बाद अफसरान को अस्थाई चौकीदार के होने का पता चला है। चोरी के इस मामले में एक ओर जहां अस्थाई चौकीदार के रोल पर भी सवाल उठे हैं, वहीं स्थाई चौकीदार के बजाए अस्थाई चौकीदार रखने वालों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
नींद टूटी ताे भागे आए
मंडे को स्वास्थ्य विभाग के लिपिक की ओर से अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह को गैराज से सामान चोरी होने की सूचना दी गई, जिसके बाद अपर नगर आयुक्त व मेयर डॉ। आईएस तोमर ने निगम परिसर में विभाग के गैराज की जांच की। इसके बाद जिम्मेदार आशंका के चलते सिविल लाइंस में निगम के एक अन्य गैराज का इंस्पेक्शन करने भी पहुंचे। मेयर व अपर नगर आयुक्त ने स्टोर कीपर सहित गैराज में रखे सामान का मुआयना किया।
कबाड़ हुआ लाखों का सामान
सिविल लाइंस गैराज में जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते लाखों का सामान कबाड़ हो गया। मेयर व अपर नगर आयुक्त के इंस्पेक्शन में निगम की घोर लापरवाही उजागर हुई। यहां दर्जनों कूड़ा उठाने वाली रिक्शा ट्रॉलियां पड़े-पड़े कबाड़ हो गईं। जल निगम की ओर से साल ख्0क्ख् में लाखों रुपए के बजट से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत यह रिक्शा ट्रॉलियां खरीदी गई थीं। जिनका यूज ही न किया जा सका। मेयर ने कबाड़ हो चुकी ट्रॉलियों की हालत परखी। मेयर ने दोबारा यूज की जा सकने वाली ट्रॉलियों को दुरुस्त कराने के निदर्1ेश दिए।
होगी जांच, दर्ज होगी एफआईआर
निगम के गैराज से चोरी हुए लाखों के सामान की विभागीय जांच की जाएगी। मेयर ने सुरक्षा में चूक और घोर लापरवाही पर जांच के निर्देश दिए हैं। मंडे को चोरी का खुलासा होने तक नगर स्वास्थ्य अधिकारी भी छुट्टियों से वापस नहीं आए हैं। ऐसे में उनके आने के बाद ही विभागीय जांच शुरू होगी। मेयर ने भी इस चोरी पर निगम के ही लोगों की मिलीभगत की आशंका से इंकार नहंी किया है। अपर नगर आयुक्त ने अज्ञात के खिलाफ चोरी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
यह लापरवाही का मामला है। इस घटना की जांच के बाद विभागीय व कानूनी कार्रवाई होगी। मिलीभगत की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
- डॉ। आईएस तोमर, मेयर
चोरी की वारदात पर निगम की ओर से एफआईआर दर्ज कराई जा रही है। सिविल लाइंस गैराज में रखे गए सामान को रियूज करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
- सच्चिदानंद सिंह, अपर नगर आयुक्त