-ट्रांसपोर्ट क्लर्क ने नगर आयुक्त समेत, एससीएसटी आयोग से की कंप्लेन

-मेयर और नगर स्वास्थ्य अधिकारी पर लगाए डीजल घोटाले के गंभीर आरोप

BAREILLY:

निगम में हुए तेल के खेल फर्जीवाड़े ने एक बार फिर आंच पकड़ ली है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी की जांच रिपोर्ट में हुए फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद निगम में ट्रांसपोर्ट इंचार्ज रहे और सफाई मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष हरिओम सिंह ने विरोध किया है। अपने खिलाफ कमिश्नर से हुई कंप्लेन से तिलमिलाए जिलाध्यक्ष ने फ्यूल फ्रॉड में सीधे तौर पर मेयर डॉ। आईएस तोमर, उनके निजी सचिव और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। एसपीएस सिंधु पर निशाना साधा है। जिलाध्यक्ष ने मेयर और नगर स्वास्थ्य अधिकारी पर डीजल घोटाले को जानबूझ कर साजिश करार देने का आरोप लगाया है। क्लर्क ने पूरे मामले में संज्ञान लिए जाने को नगर आयुक्त को एक शिकायती लेटर भेजा है। वहीं मामले की कंप्लेन नेशनल एससी-एसटी कमीशन, ह्यूमन राइट कमीशन और प्रमुख सचिव नगर विकास से भी की है।

मेयर पर डीजल देने का आरोप

अपनी कंप्लेन में संघ के जिलाध्यक्ष ने मेयर पर अपने हॉस्पिटल के लिए गलत तरीके से डीजल सप्लाई करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है.जिलाध्यक्ष का आरोप है कि मेयर की ओर से अपने हॉस्पिटल के संचालन के लिए हर महीने दो हजार लीटर डीजल की मांग अपने निजी सचिव के जरिए की जाती रही है। अपने आरोपों में जिलाध्यक्ष ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को मेयर का आदमी बताया, जो विभाग के कर्मचारियों पर दबाव बनाकर अवैध वसूली में शामिल है। जिलाध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि मेयर के निर्देशों पर काम करने वाले सिविल लाइन गैराज और किला गैराज के इंचार्ज नगर आयुक्त के आदेशों के बावजूद वाहनों की लॉगबुक का सत्यापन नहीं कर रहे। जिलाध्यक्ष ने कंप्लेन पर मेयर व नगर स्वास्थ्य अधिकारी की ओर से किए जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ कार्रवाई न होने पर विरोध प्रर्दशन करने की चेतावनी दी है।

मेयर और नगर स्वास्थ्य अधिकारी के खिलाफ कंप्लेन मिली है। कंप्लेन पर अपर नगर आयुक्त से रिपोर्ट मांगी गई है। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त

सभी आरोप बेबुनियाद है। ट्रांसपोर्ट इंचार्ज से हटाए जाने के बाद डीजल के लिए उन पर कौन सा और किस तरह का उत्पीड़न हो रहा है। अगर आरोप हैं तो मेरे खिलाफ जांच हो, कंप्लेन की जानकारी मिलते ही मानहानि का केस करूंगा। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर