-नगर आयुक्त को मिला उपनगर आयुक्त के ट्रांसफर का जीओ

-इलेक्शन कमीशन से मांगी गई रिलीविंग के लिए परमिशन

-सुबह निगम की दीवारों पर चिपके मिले ऑर्डर के कॉपीज

BAREILLY: पिछले कई दिनों से उपनगर आयुक्त का विवादित ट्रांसफर ऑर्डर आखिरकार नगर निगम को मिल ही गया। फ्राइडे शाम नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह को शासन की ओर से उपनगर आयुक्त वीके गुप्ता के ट्रांसफर का जीओ मिल गया। जिसके बाद पिछले कई दिनों से निगम में चल रहे आरोप और अफवाहों का दौर खत्म हो गया। नगर आयुक्त ने अपने लेवल पर उपनगर आयुक्त को कानपुर नगर निगम के लिए रिलीव करने के बजाए इलेक्शन कमीशन से इस संबंध में परमिशन मांगी है। इससे पहले फ्राइडे सुबह निगम की दीवारों पर जीओ की कॉपी चिपकी मिलने से काफी हंगामा हुआ।

खत्म हुआ ऑर्डर का इंतजार

शासन की ओर से ब् मार्च को जारी उपनगर आयुक्त वीके गुप्ता का ट्रांसफर ऑर्डर निगम में चर्चा का विषय बन गया था। ब् मार्च को जारी इस शासनादेश की कॉपी हफ्ते भर बाद भी निगम को नहीं मिल थी। क्क् मार्च को मीडिया के हाथ इस ऑर्डर की कॉपी मिलने के बाद उपनगर आयुक्त के ट्रांसफर की अफवाह सच साबित हुई। जिसके बाद निगम प्रशासन की ओर से मामले को दबाने के आरोप लगाए गए थे। जिस पर निगम के दोनों बड़े महारथियों के बीच कहासुनी की बात भी सामने आई।

दीवारों पर चस्पा मिला ऑर्डर

उपनगर आयुक्त के ट्रांसफर को लेकर चल रहा विवाद फ्राइडे को निगम की दीवारों पर चिपका मिला। कुछ लोगों ने सुबह ही निगम के स्वास्थ्य विभाग और निर्माण विभाग सहित अन्य जगहों पर उपनगर आयुक्त के ट्रंासफर ऑर्डर की कॉपी चिपका दी थी। विभाग के बाहर चर्चाएं शुरू हो गई। दोपहर एक बजे इस खबर की जानकारी होने पर नगर आयुक्त बिफर पड़े। नगर आयुक्त ने इसे माहौल खराब करने की साजिश बताया। उन्होंने इसकी कंप्लेन इलेक्शन कमीशन से करने और इसकी जांच कराए जाने का लेटर जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजा है।

उपनगर आयुक्त का ट्रांसफर ऑर्डर मिल गया है। उन्हें रिलीव करने के लिए इलेक्शन कमीशन और जिला निर्वाचन अधिकारी से परमिशन मांगी गई है। परमिशन मिलने के बाद ही उपनगर आयुक्त को रिलीव किया जाएगा। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त