- सिद्धिविनायक इंस्टिट्यूट असिस्टेंट प्रोफेसर ने बनाई 'ग्रीन कार'
- साल भर की कड़ी मेहनत से हाथ आई सफलता
BAREILLY: हौसले में दम हो तो हार नहीं होती है। कुछ इसी फलसफा को अपनाते हुए श्री सिद्धिविनायक इंस्टीट्यूट के असिस्टेंट प्रोफेसर तनवीर अली खान ने एक ऐसी कार बनाई है, जो न सिर्फ सड़कों पर सरपट दौड़ेगी बल्कि घरों को भी रोशन करेगी। इसका नाम उन्होंने 'ग्रीका' रखा है। इसकी यही खासियत इसे अन्य कारों से बिल्कुल अलग केटेगरी में रखती है। साथ ही इसका एरोडायनामिक डिजाइन और गाड़ी के पिछले हिस्से में लगे सोलर पैनल इसकी क्षमता को और बढ़ता है।
इलेक्ट्रिसिटी और एनर्जी सेवर
तनवीर का मानना है कि ग्रीका फ्यूचर की कारों को एक नया आयाम देगी। इस मौके पर इंस्टीट्यूट के चेयरमैन अनुपम कपूर ने कहा कि इस तरह के प्रोजेक्ट के जरिए स्टूडेंट्स फ्यूचर में भी नई कार विकसित कर देश-विदेश में बरेली का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने बताया कि विंड और सोलर एनर्जी से चलने वाली यह कार लोगों के लिए काफी किफायती साबित होगी। इससे गाड़ी की एवरेज माइलेज भी फ्-ब् किमी। प्रति ली। बढ़ाई जा सकती है। साथ ही इससे उत्पन्न एनर्जी को स्टोर कर इसका इस्तेमाल प्लग इन टेक्नीक के माध्यम से किया जा सकता है। इससे सीएफएल, फैन, पंखे व अन्य उपकरण भी चलाए जा सकते हैं। इससे पहले तनवीर ने कार चोरी रोकने, ईधन की खपत कम करने वाली, टॉर्नाडो पंप व स्मार्ट पोल का भी आविष्कार कर चुके हैं। इन सभी इंवेशन को पेटेंट करा लिया गया है। ग्रीका के आविष्कार में गौसी खान, शशांक शर्मा, भौमिक पागरानी, मयंक और वासिफ ने भी साथ दिया।