- विभाग के पास मीटर का स्टॉक खत्म
- 1 जुलाई से विभाग ने दिए 9919 नए कनेक्शन
BAREILLY: बिजली विभाग कंज्यूमर्स को बिना मीटर के ही नए कनेक्शन दे रहा है। विभाग के इस कदम से किसको फायदा होगा और किसको नुकसान होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इसके पीछे की वजह भी कहीं न कहीं विभागीय लापरवाही ही है। असलियत तो यह है कि विभाग के पास मीटर का स्टॉक खत्म हो गया है। वह अपनी खामियां छुपाने और राजस्व बढ़ाने के चक्कर में बिना मीटर के ही कनेक्शन दे रहा है। बिना मीटर के ही कनेक्शन
बिजली विभाग के करीब पौने दो लाख कंज्यूमर्स हैं, जिनके घरों में लैंडिस, सिक्योर, एचपीएल सहित तमाम कंपनी के इलेक्ट्रॉनिक मीटर लगे हैं, लेकिन पिछले कई दिनों से विभाग के स्टोर में मीटर ही नहीं है। मीटर कब तक आएंगे ऑफिसर्स इसका भी जवाब नहीं दे रहे हैं। पिछले माह से विभाग ने चेकिंग अभियान और कैंप चलाकर नए कनेक्शन देने का काम शुरू किया था। इसका मकसद बिजली चोरों पर नकेल कसना।
ऑफिस में भी भीड़
सघन चेकिंग अभियान से डरे रेजिडेंट्स भी बिना सोचे समझे नए कनेक्शन लेने रहे हैं। विभाग के फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड डिविजसं में नए कनेक्शन लेने के लिए लोगों की भीड़ देखी जा सकती है। विभाग ने भी कनेक्शन देने का प्रोसेस सॉफ्ट कर दिया है। कनेक्शन पाने के लिए कोई बीएल फार्म भरने की कोई जरूरत नहीं है। बस एक शपथ पत्र भरकर विभाग को सौंपने हैं। शपथ पत्र में इस बात का भी जिक्र करना है कि मैंने जो भी तथ्य भरे हैं वे सही हैं। गलत पाए जाने पर विभाग सिक्योरिटी मनी जब्त कर सकता है।
ब्0 मीटर से दूर है तो
जल्दबाजी में फॉर्म भरना आपको झटका दे सकता है। क्योंकि अगर आपका घर पोल से ब्0 मीटर से दूर है तो विभाग आपसे प्रति पोल ख्0,000 रुपए वसूल करेगा। इसके पीछे विभाग ये तर्क दे रहे हैं कि जहां विभाग ने बिजली का पोल लगा दिया है वहां तक तो ठीक है, लेकिन इससे आगे तक पोल लगाने पर रेजिडेंट्स को ही चार्ज देना पड़ेगा। इससे अंजान अधिकतर लोग तो नए कनेक्शन के चक्कर में शपथ पत्र भरकर जमा करने में लगे हुए हैं। मजेदार बात यह कि जिनके कनेक्शन कटे हैं वे भी लाभ लेने के लिए इस होड़ में शामिल हो गए हैं।
कंज्यूमर्स को कितना लाभ, कितना नुकसान
- मीटर नहीं होने से लोग मनमाफिक बिजली का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- जांच के दौरान भी बिजली विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर सकता है।
- मीटर खराब और बिलिंग होने न होने जैसे झंझटों से छुटकारा मिलेगा।
- बिजली का इस्तेमाल न करने के बाद भी एक किलोवॉट का 80 यूनिट के हिसाब से बिल देना होगा।
बिजली विभाग को कितना बेनीफिट, कितना लॉस
- अन एकाउंटेड बिजली होने से कंज्यूमर्स बेहिचक बिजली का इस्तेमाल करेंगे।
- पॉवर कॉरपोरेशन के राजस्व को बहुत बड़ा झटका लगा सकता है।
- कनेक्शन की संख्या बढ़ने से इल्लीगल बिजली की खपत पर रोक लगेगी।
- हर महीने बिलिंग की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
- बिल में होने वाली गड़बडि़यों से कंज्यूमर्स का गुस्सा विभाग को नहीं झेलना होगा।
एक जुलाई के बाद बरेली जोन की स्थिति
नए कनेक्शन- 9,9क्9
लोड बढ़ाए गए- फ्,फ्भ्0
मीटर चेंज हुए- क्,0क्फ्
एफआईआर- क्भ्ख्
कम्पाउंडिंग- 98
एक जुलाई के बाद बरेली अर्बन की स्थिति
नए कनेक्शन- ख्,97फ्
लोड बढ़ाए गए-म्म्8
मीटर चेंज हुए- ख्09
एफआईआर- क्
कम्पाउंडिंग- क्ख्
नए कनेक्शन की फीस
डोमेस्टिक - दो किलोवॉट - पांच किलोवॉट
प्रोसेसिंग फीस - क्00 - ख्00
सिस्टम लोडिंग चार्जेज - ब्00 - क्,भ्00
सिक्योरिटी मनी - 700 - क्,7भ्0
लेवर एंड ओवर हेड चार्जेज - फ्00 - ख्,000
मीटर कॉस्ट - क्,फ्07 - भ्,7ख्भ्
टोटल - ख्,807 - क्क्,क्7भ्
नए कनेक्शन लेने वालों की संख्या बढ़ी है। हर दिन ख्00 से फ्00 नए कनेक्शन दिए जा रहे हैं। मीटर आने के बाद लोगों के घरों में लगा दिए जाएंगे।
- मधुकर वर्मा, एसई
मीटर नहीं होने से कंज्यूमर्स को एक फिक्स चार्ज देना होगा। मीटर नहीं लगने से इसमें सबसे अधिक घाटा विभाग को ही होगा। मैक्सिसम लोग मनमाने ढंग से बिजली का इस्तेमाल करेंगे।
- आरएन सिंह, एक्सईएन, मीटर डिविजन
आज लास्ट डेट है कहकर बिजली विभाग के कर्मचारियों ने परेशान कर दिया है। दो किलोवॉट के नए कनेक्शन के लिए अप्लाई किया है। कर्मचारियों का कहना है कि मीटर बाद में लगाए जाएंगे।
- अजीत कुमार, पुराना शहर
विभाग में काफी भीड़ है। दो घंटे लाइन में लगकर नए कनेक्शन के लिए अप्लाई कर पाया हूं। मीटर नहीं होने से परेशानी तो होगी ही। एक फिक्स चार्ज देने ही होंगे।
- अब्दुल, सुफीटोला