- अधिकांश स्टूडेंट्स बिना किसी प्रिपरेशन के अपीयर हुए एनडीए में

- नॉर्मल क्वेश्चंस पूछे जाने के बाद भी चेहरे पर स्टूडेंटस के नहीं दिखी खुशी

>

BAREILLY: एनडीए एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स ज्यादा सीरियस नहीं दिख रहे हैं। लिमिटेड सीट्स के कारण एग्जाम को लेकर स्टूडेंटस उतनी तल्लीनता से तैयारी भी नहीं करते जितना इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और मेडिकल के एंट्रेंस एग्जाम के लिए करते हैं। यही वजह है कि एनडीए के एग्जाम्स में नॉर्मल कैटेगरी के क्वेश्चंस पूछे जाने के बावजूद स्टूडेंट्स के चेहरे पर वो खुशी देखने को नहीं मिली जो आमतौर पर आसान पेपर देखकर अपने आप झलक जाती है। स्टूडेंट्स को यह अहसास हो गया था कि यदि उन्होंने अच्छे से तैयारी की होती तो एनडीए को क्लियर करने के चांसेस ज्यादा होते।

एनडीए से ज्यादा इंजीनियिरंग पर जोर

एनडीए का एग्जाम्स देने आए स्टूडेंट्स का झुकाव त्वरित रोजगार देने वाले एग्जाम्स पर दिखा। स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग के अलावा मैनेजमेंट और मेडिकल फील्ड को पंसद कर रहे हैं। जबकि एनडीए जैसे एग्जाम्स के लिए पूरे देश में लिमिटेड सीटें होती हैं। इनको क्लियर करने के बाद भी मेडिकल टेस्ट और इंटरव्यू क्लियर करना पड़ता है। स्टूडेंट्स यह जानते हैं कि रिटन एग्जाम भी क्लियर कर लें तो यह जरूरी नहीं कि वे मेडिकल और इंटरव्यू भी क्लियर कर लें। एनडीए एग्जाम्स में अधिकांश स्टूडेंट्स बिना किसी तैयारी के अपीयर हुए। जबकि इसके इतर वे दूसरे प्रोफेशनल एग्जाम्स जैसे इंजीनियरिंग व मेडिकल फील्ड की तैयारी करते आए हैं।

जीके और रीजननिंग ने लगाया ब्रेक

एनडीए एग्जाम दो पालियों में ख्8 सेंटर्स पर कंडक्ट कराया गया। पहली पाली में मैथ्स के क्ख्0 क्वेश्चंस पूछे गए। जबकि सेकेंड पाली में केमेस्ट्री फिजिक्स, बायो, रीजनिंग और जीके क्भ्0 क्वेश्चंस पूछे गए। टोटल एग्जाम 900 मा‌र्क्स का था। स्टूडेंट्स ने बताया कि अधिकांश सब्जेक्ट के क्वेश्चंस हाईस्कूल से इंटर के टॉपिक्स से रिलेटेड ही थे। खासकर एनसीईआरटी की बुक्स से ज्यादा क्वेश्चंस पूछे गए थे। जीके और रीजनिंग में स्टूडेंट्स को प्रॉब्लम महसूस हुई। जीके में करेंट अफेयर्स से इतर कई फील्ड के क्वेश्चंस पूछे गए थे। जो स्टूडेंट्स को ज्यादा कठिन लगे। उधर रीजनिंग के कई क्वेश्चंस ऐसे थे जो काफी घुमावदार थे और स्टूडेंट्स उसमें फंस कर रह गए।

अधिकांश क्वेश्चंस क्लास क्0 और क्लास क्क् की बुक्स के ही आए थे। मैने इसी वर्ष बोर्ड का एग्जाम दिया है। बिना किसी तैयारी के अटेंप्ट किया है। बोर्ड एग्जाम के लिए जो टॉपिक्स पढ़े थे उसी में से क्वेश्चंस पूछा गया।

- गजेंद्र, स्टूडेंट

अधिकांश क्वेश्चंस एनसीईआरटी की बुक्स से पूछे गए थे। ऐसे में जो बोर्ड के दौरान पढ़ाई की थी उसी से मिलते-जुलते क्वेश्चंस पूछे गए थे। एनडीए के लिए कोई तैयारी नहीं की थी। तब भी पेपर ठीक ही हुआ है।

- राजकुमार, स्टूडेंट

जीके के क्वेश्चंस थोड़े टफ थे। जीके के लिए तैयारी भी नहीं की थी। कई फील्ड से क्वेश्चंस पूछे गए थे। रीजनिंग के क्वेश्चंस की कुछ कठिन लगे। बाकी सेक्शंस के क्वेश्चंस पढ़े हुए ही थे।

- रंजीत, स्टूडेंट