आरयू में के मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में शुरू हुआ नेशनल सेमिनार
BAREILLY: टीचर को कॉपी कैट पद्धति से पढ़ाने से बाज आना पड़ेगा। पूर्वाचल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। पीआर अग्रवाल ने यह बातें कहते हुए टीचर्स को इससे बचने की हिदायत दी। वे आरयू के मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में सैटरडे से शुरू हुए हाऊ टू बिकम एन इफेक्टिव मैनेजमेंट टीचर टॉपिक पर नेशनल सेमिनार में बतौर चीफ गेस्ट उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हारवर्ड और आईआईएम की शिक्षा पद्धति को आजकल के टीचर्स उसी तरह से उतार लेते हैं। जो स्टूडेंट्स के लिए हानीकारक है। किसी भी पद्धति को अपनाते हुए स्टूडेंट्स की परिवारिक, सामाजिक पृष्ठभूमि व उसके ज्ञान के स्तर के अनुसार ही पढ़ाना चाहिए।
टीचर एक स्टूडेंट की तरह है
इससे पहले चीफ स्पीकर आंध्र यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी प्रो। चंद्रशेखर ने प्रबंधन शिक्षा प्रसार की केस मैथोडोलॉजी पद्धति व टी ग्रुप का विशेष उल्लेख किया। आरयू के वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन ने कहा कि इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की क्रांति ने टीचिंग मैथड को और प्रभावी बना दिया है। प्रो। पीके यादव ने कहा कि एक टीचर जीवन पर्यत स्टूडेंट बना रहता है। इस ऑकेजन पर डॉ। अंकित अग्रवाल, डॉ। शुभ्रा सिंह और नवनीत कुमार शुक्ला ने रिसर्च पेपर प्रेजेंट किया। प्रोग्राम का संचालन डॉ। राजकमल ने किया और धन्यवाद ज्ञापन प्रो। एके सरकार ने किया।