BAREILLY:

एक शौक प्रकृति के साथ रहने का, जिनका वक्त के साथ दोस्ती का रंग गाढ़ा ही होता गया। यही वजह रही कि घर-आंगन को फुलवारी के फूलों से महकाया। साथ ही, हर साल सौ से अधिक पौधरोपण कर पर्यावरण को खुशनुमा बनाते हैं। हम आपको मिलवा रहे हैं सिटी के एक ऐसे प्रकृति प्रेमी राजेंद्रनगर निवासी राजकुमार खंडेलवाल से, जो पिछले 25 वर्षो से अपनी जिंदगी का कुछ पल पेड़-पौधों के बीच गुजारते हैं। पेड़-पौधों से इनका लगाव तो बचपन से था, लेकिन यह जुनून बन गया, उस वक्त जब दोस्त ने उन्हें पौधा देने से मना कर दिया। वह दिन और आज में फर्क यह है कि राजकुमार हर किसी को पौधरोपण के लिए प्रेरित करते हैं।

करीब 5 सौ वैराइटी के पेड़ लगाए हैं

फल-फूल के पेड़ों के प्रति आत्मीयता की वजह बताते हुए कहते हैं कि वर्षो पहले कॉम्पिटीशन की जो भावना पैदा हुई थी। वह धीरे धीरे पर्यावरण को हरा भरा बनाने में तब्दील हो गई। शुरुआत घर से की। घर में करीब 250 प्रकार के गुलदाऊदी के पौधे समेत चमेली, कनेर, बेला, गुलाब, गुड़हल व अन्य की कई वैराइटी लगाई हैं। तो दूसरी ओर फलों में आम, महुआ, शीशम, अशोक, देवदार के करीब हजार से ज्यादा वृक्ष लगा चुके हैं। इसके साथ ही हर वर्ष सिटी के विभिन्न स्कूल, कॉलेजेज और समितियों के साथ मिलकर भी पौधरोपण कर पर्यावरण को हरा भरा बनाने में सहयोग कर रहे हैं।