कमिश्नर और DM को लिखूंगा
ये अपराध नहीं, देशद्रोह का गंभीर मामला है। वोटर आईडी कार्ड देश का सबसे विश्वसनीय पहचान पत्र होता है। इसमें फर्जीवाड़ा देश की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगाने के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में गलत तरीके से वोटिंग की आशंका को भी प्रकट करता है। प्रकरण में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मैं जरूर लिखूंगा। वहीं एडमिनिस्ट्रेशन से कहां चूक हो रही है, इस पर भी जांच होगी। ये भी पता लगाया जाना चाहिए कि इस तरह के कितने कार्ड मार्केट में आ चुके हैं। ये जाहिर है कि घुसपैठ से दाखिल हुए लोगों के लिए ये कार्ड नागरिकता हासिल करने के मुफीद रास्ते हैं। इनका इस्तेमाल इलेक्शन के समय फर्जी वोटिंग में किया जाता है। मैं कमिश्नर, डीएम को इस बाबत सख्त कार्रवाई के लिए लिखूंगा।
-भगवत सरन गंगवार, राज्य लघु उद्योग मंत्री (स्वतंज्ञ प्रभार)
चलाया जाए देशद्रोह का केस
आई नेक्स्ट की खबर काबिले तारीफ है। एडमिनिस्ट्रेशन के साथ-साथ जनता की आंखें भी खोल दी कि उनके शहर में किस तरह के गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है। इस पूरे गोरखधंधे के पीछे कौन है, ये मुझे पता नहीं लेकिन उनका सामने आना जरूरी है। यह न केवल शहर और प्रदेश के लिए बल्कि देश के लिए भी खतरनाक है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि सालों से एडमिनिस्ट्रेशन की नाक के नीचे ये सब चल रहा है, फिर अधिकारियों को पता क्यों नहीं चला। एडमिनिस्ट्रेशन को चाहिए कि वो इस पूरे नेक्सस की जड़ों तक पहुंचकर पता लगाएं कि काले कारोबार के पीछे कौन लोग हैं। ऐसे लोग देशद्रोही हैं। इसलिए उनको चिन्हित करने के बाद उनके खिलाफ एडमिनिस्ट्रेशन को देशद्रोह के आरोप में केस चलाना चाहिए।
-संतोष गंगवार, फॉर्मर सेंट्रल मिनिस्टर
चुनाव आयोग तक पहुंचाउंगा मामला
बरेली में अभी तक मेरे हिसाब से 9 टेरेरिस्ट पकड़े जा चुके हैं। अक्षरधाम मंदिर पर हमले के आरोपी चांद मियां को पुलिस ने बरेली से ही अरेस्ट किया था। बरेली से ही पुलिस को कुछ लोगों के पास से जिलेटिन की छड़ें बरामद हुई थीं। जब मैं मिनिस्टर था तो मुझे जानकारी दी गई थी कि शहर में लगभग 28 हजार बांग्लादेशी बसे हुए हैं। जो भीड़ में कहीं गुम हो गए। आई नेक्स्ट ने जो मुद्दा पब्लिश किया, वो गंभीर है। जो भी इस धंधे से जुड़े हैं, उनको शहर से प्यार नहीं है। सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि जब पूरी खबर सबूत के साथ पब्लिश हो चुकी है तो एडमिनिस्ट्रेशन चुप क्यों बैठा है? मैं इस पूरे मुद्दे को विधान सभा सत्र के दौरान सरकार के सामने उठाउंगा। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयोग नई दिल्ली और राज्य चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा को भी कार्रवाई के लिए लेटर लिखूंगा।
-राजेश अग्रवाल, कैंट विधायक, बरेली
Chief Minister तक बात पहुंचाउंगा
आज के समय में तहसील करप्शन का अड्डा बनी हुई है। महज कुछ पैसों के लिए देश की सुरक्षा दांव पर है। उन अंजान लोगों को पता नहीं है कि उनका ये कृत्य देश के लिए कितना घातक साबित हो सकता है। सरकार और एडमिनिस्ट्रेशन को जांच के बाद दोषियों को सामने लाना होगा। देश के लिए इस तरह की खबर पब्लिश करके आई नेक्स्ट ने भलाई का काम किया है। मैं पूरे प्रकरण पर चीफ मिनिस्टर और प्रोटोकॉल मिनिस्टर को लेटर लिखूंगा। एडमिनिस्ट्रेशन को चाहिए कि वो इस फर्जीवाड़े से जुड़े हर एक शख्स के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे, ताकि देश की सुरक्षा से हो रहे खिलवाड़ पर विराम लग सके।
-डॉ। अरुण कुमार, विधायक, बरेली शहर
Administration इसे seriously ले
सीमावर्ती एरिया में बरेली का नाम शुमार होता है। संवेदनशील सिटी में ऐसा मामला सामने आना चिंताजनक है। किसी बाहरी व्यक्ति का शहर में वोटर आईडी कार्ड बन जाना पूरे सिस्टम पर ही सवाल उठा रहा है। मैं इस मामले पर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई प्रस्तावित करता हूं। एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े लोग पहले इस प्रकरण की गंभीरता से जांच करें। दोषियों के सामने आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही ये भी एडमिनिस्ट्रेशन को पता करना चाहिए कि क्या इस मामले में अंदर के कुछ लोगों की मिलीभगत तो नहीं है। लोकसभा चुनाव समीप हैं, इसलिए भी इस मामले की गंभीरता बढ़ जाती है।
-वीरपाल सिंह, सपा नेता