सफाई कर्मचारियों को दी जाने वाली जाड़े की वर्दी में मिली खामियां
गांधी आश्रम से 32 लाख रुपए में निगम की ओर से ली जा रही है वर्दी
BAREILLY:
घोटालों और फर्जीवाड़े की खान बने नगर निगम की साख पर तो पहले ही कई बार्र बट्टा लग चुका है, अब इसकी 'वर्दी' पर भी घपले के दाग लग रहे हैं। निगम ने कर्मचारियों को जो वर्दी बांटी है उसमें खामियां मिली हैं। लाखों रुपए के बजट से खरीदी जा रही इन वर्दी को कुछ दिन पहनने के बाद कर्मचारियों ने वेडनसडे को अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह से मिलकर वर्दी की खराब क्वालिटी की शिकायत कर नाराजगी जताई।
पानी में डालते ही निकलने लगा रंग
वेडनसडे दोपहर ख् बजे राज्य सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हरिओम, महामंत्री राजेश कुमार व महानगर अध्यक्ष सुरेश शिंदे सहित कई अन्य कर्मचारी अपर नगर आयुक्त के पास शिकायत लेकर पहुंचे। शिकायत पर अपर नगर आयुक्त ने एक कर्मचारी की वर्दी उतरवाकर पानी से भरी बाल्टी में डलवाई। दो मिनट में ही वर्दी ने रंग छोड़ना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने बताया कि एक बार धोने भर से वर्दी खराब हो जा रही, रोएं निकल रहे हैं। वहीं वर्दी कई जगह से फटने तक लगी है।
फ्ख् लाख की वर्दी खरीद
निगम ने ख्भ्00 कर्मचारियों को जाड़े में वर्दी देने के लिए गांधी आश्रम जिम्मा दिया था। हर एक वर्दी की कीमत क्फ्क्0 रुपए तय की गई। हालांकि गांधी आश्रम की ओर से हर वर्दी का लागत क्भ्00 रुपए तय की गई थी, लेकिन शासनादेश के तहत जाड़े की हर वर्दी की अधिकतम लागत क्फ्क्0 से ज्यादा नहीं होनी थी। निगम को नगर निगम निधि से कर्मचारियों की वर्दी पर करीब फ्ख्.7भ् लाख रुपए का खर्च आया।
सवा सौ को मिली सदर्ी की वर्दी
निगम की ओर से ख्भ्00 कर्मचारियों की वर्दी का जो जिम्मा गांधी आश्रम को दिया गया था उसमें से क्0 फीसदी काम भी पूरा न हो पाया है। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि कुछ दिन पहले तक सिर्फ सवा सौ को ही वर्दी दी गई। अपर नगर आयुक्त के ऑफिस में आए गांधी आश्रम के व्यवस्थापक राम बहादुर पांडे भी मौजूद रहे। व्यवस्थापक ने बताया कि मार्च तक अन्य कर्मचारियों को वर्दी मिल सकेगी। वहीं फरवरी शुरू होने के बावजूद महिला कर्मचारियों में से एक को भी सर्दी की वर्दी नसीब न हो सकी।
कर्मचारियों को दी जाने वाली वर्दी की क्वालिटी खराब होने की शिकायत मिली है। वर्दी की खराब क्वालिटी शिकायत पर वर्दी खरीद के लिए बनाई गई कमेटी की बैठक बुलाई गई है। जिसमें वर्दी की खामी ठीक कराने और शिकायत दूर करने को बात होगी। - सच्चिदानंद सिंह, अपर नगर आयुक्त