नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के स्टोर में खराब पड़े वाहनों-मशीनों की सुध नहीं

शहर की सफाई पर पड़ रहा प्रभाव, करीब एक दर्जन ड्राइवर-कर्मचारी हुए खाली

पिछले पांच महीनों में लाखों रुपए इन कर्मचारियों की सैलरी पर हुए खर्च

<नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के स्टोर में खराब पड़े वाहनों-मशीनों की सुध नहीं

शहर की सफाई पर पड़ रहा प्रभाव, करीब एक दर्जन ड्राइवर-कर्मचारी हुए खाली

पिछले पांच महीनों में लाखों रुपए इन कर्मचारियों की सैलरी पर हुए खर्च

BAREILLY:

BAREILLY:

शहर की सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखने में कम रिसोर्सेज व मैनपॉवर का रोना रोने वाला नगर निगम अपने मौजूदा संसाधन को ही संभाल नहीं पा रहा है, जिससे लाखों रुपए कीमत के वाहन व मशीनें रखे-रखें जंग खा रही हैं। लिहाजा, शहर के कई हिस्सों में सफाई की व्यवस्था चरमरा गई है। हैरत की बात यह है कि पार्षदों ने भी इसकी शिकायत तक की, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा।

महीनों से जंग खा रहे

शहर में नगर निगम के तीन गैराजों में कुल 8भ् वाहन हैं। जिनसे शहर का कूड़ा उठाने का काम लिया जाता है। इनमें टैम्पों से लेकर ट्रैक्टर-ट्राली, ट्रक, लोडर व डंपर तक हैं। निगम के किला गैराज में दो ट्रैक्टर ट्राली पिछले ब् महीने से, सिविल लाइंस गैराज में दो जेसीबी पिछले तीन महीने से, एक ट्रक ब् महीने से, क् डंपर तीन महीने से और सीआई पार्क गैराज में एक कूड़ा उठाने वाली मशीन पिछले एक साल भर से खराब हालत में पड़ी हुई हैं। इसके अलावा कई और वाहन भी हैं, जो कई दिनों से कूड़ा उठाने के काम में रेगुलर यूज नहीं हो पा रहे।

करोड़ में है लागत

निगम के स्वास्थ्य विभाग के यह खराब वाहन व मशीनें लागत में एक करोड़ रुपए से ज्यादा की है। सिविल लाइंस गैराज में जो दो जेसीबी मशीनें महीनों से पड़ी हैं, उनकी कीमत ही खरीद के दौरान भ्ख् लाख रुपए से ज्यादा की रही। इसी तरह ट्रैक्टर ट्रॉली, टैम्पो वाहन, ट्रक, फासी मशीन व अन्य खराब वाहनों की कीमत भी खरीद के समय भ्0 लाख रुपए से ज्यादा की रही। जनता की गाढ़ी कमाई से खरीदे गए इन वाहनों की दुर्दशा पर ध्यान दिलाए जाने के बावजूद जिम्मेदार नहीं जागे।

कार्यकारिणी में उठा सवाल

स्वास्थ्य विभाग के खराब वाहनों के चलते महीनों से शहर के कई हिस्सों में सफाई व्यवस्था चरमराने का मुद्दा कार्यकारिणी की बैठक में भी उठा। वार्ड फ् नवादा शेखान के पार्षद छंगामल ने खराब कूड़ा वाहन के चलते अपने एरिया में समय से गंदगी न उठने की कंप्लेन की। पार्षद ने महीनों से कई खराब वाहनों के सही न किए जाने पर सवाल किए। वहीं नियुक्त कर्मचारियों के भी ड्यूटी से नदारद रहने का मामला बैठक में उठाया।

सैलरी पर स्वाहा लाखों

कूड़ा उठाने वाले वाहनों व मशीनों के खराब पड़े वाहनों के आपरेटरों की मौज है। वह आराम से बिना कुछ काम किए महीने की सैलरी उठा रहे हैं। विभाग के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक मौजूदा समय में करीब एक दर्जन कर्मचारी खराब वाहन व मशीनों के खराब पड़े रहने पर अपना मूल काम नहीं कर पा रहे। पिछले तीन महीनों में ही इन कर्मचारियों की सैलरी पर निगम करीब भ् लाख रुपए से ज्यादा खर्च कर चुका है।

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खराब वाहनों व मशीनों को रिपेयर व मेंटनेंस के लिए जो खर्च होना था उसकी फाइल नगर आयुक्त के पास है। मेंटनेंस पर खर्च ज्यादा होने से नगर आयुक्त ने फाइल पास करने से पहले इसकी समीक्षा की। इसी में देरी हुई। बजट मिलते ही कोटेशन देकर संबंधित एजेंसियों से खराब वाहन व मशीनों को जल्द ही रिपेयर कराया जाएगा। - डॉ। एसपीएस सिंधु, नगर स्वास्थ्य अधिकारी