2 महीने बाद भी 1 वार्ड तक ही रही डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की मुहिम

मैनपॉवर, रिसोर्सेज और कोऑर्डिनेशन की कमी बन रही बड़ी वजह

30 जनवरी से एजाज नगर गोटिया से घर-घर कूड़ा उठाने की तैयारी

BAREILLY:

बरेली के हर घर से कूड़ा उठाने की नगर निगम की मुहिम अगले क्ख् साल में पूरी तरह परवान चढ़ जाएगी। फिर न तो कॉलोनी में गंदगी की समस्या रहेगी और न ही डलावघरों से कूड़ा हटाने की मशक्कत होगी। हां जनता को इसके लिए थोड़ा धीरज रखने की जरूरत होगी। शायद ख्0ख्म् तक का इंतजार काफी होगा। जिससे कि नगर निगम की इस बेहद महत्वाकांक्षी योजना को जिम्मेदार आखिरकार पूरा करने में कामयाब हो जाएं। इस दौरान शहर का साइज बढ़ गया और कुछ नए वार्ड बरेली में जुड़ गए तो, इंतजार की घडि़यां थोड़ा और बढ़ाने में गुरेज न करिएगा।

ढाई महीना और एक वार्ड

नगर निगम ने क्भ् नवंबर ख्0क्ब् को जनकपुरी वार्ड से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन मुहिम की शुरुआत बड़े जोर शोर से की। मेयर से लेकर नगर आयुक्त ने मुहिम का उद्घाटन किया और जनकपुरी में रोजाना सीटी बजाते हुए सफाई कर्मचारियों ने हर घर से कूड़ा उठाना शुरू कर दिया। निगम के जिम्मेदारों ने जल्द ही शहर के बाकी वार्डो में भी इस मुहिम को शुरू करने का भरोसा दिया। लेकिन करीब ढाई महीने बाद भी निगम दूसरे वार्ड में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन मुहिम को शुरू न करा सका।

फ्0 जनवरी तक दूसरे वार्ड का नं।

जनकपुरी के बाद अब नगर निगम के अधिकारी वार्ड म्7 एजाजनगर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन शुरू करने की तैयारी में हैं। पहले ख्फ् जनवरी तक इसे वार्ड म्7 में शुरू कराने की योजना थी लेकिन फिर इसमें देरी के चलते इसे फ्0 जनवरी तक शुरू कराने के दावे किए जा रहे हैं। फ्0 जनवरी तक अगर एजाजनगर में डोर टू डोर की मुहिम भी शुरू हो गई, तो भी निगम के खाते में दूसरे वार्ड तक पहुंचने में ढाई महीने लग जाएंगे। निगम के अधिकारी इस वार्ड को कई सेक्शन में बांट कर डोर टू डोर कूड़ा उठाने की योजना को अमलीजामा पहनाने जा रहे।

ऐसे तो लगेंगे क्ख् साल

डोर टू डोर मुहिम में निगम के जिम्मेदारों की रफ्तार ने कई विकास योजनाओं की सुस्ती को भी पछाड़ दिया है। दो महीने से भी ज्यादा समय तक सिर्फ एक वार्ड में ही सिमटे रहने के बाद निगम के जिम्मेदार नए साल के आखिर में जाकर दूसरे वार्ड तक पहुंच रहे हैं। इस रफ्तार से तो निगम साल में महज म् वार्डो तक ही इस मुहिम को शुरू करा सकेगा। वहीं शहर में कुल 70 वार्ड हैं। निगम के काम की रफ्तार का गणित तो सभी वार्डो तक डोर टू डोर का सपना सच होने में क्ख् साल का समय लगना बता रहा।

रिसोर्सेज-कोऑर्डिनेश्ान की कमी

निगम ने एक निजी एजेंसी के साथ मिलकर शहर में जैसे तैसे डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की मुहिम को हरी झंडी तो दिख दी। लेकिन एजेंसी के साथ होने के बावजूद निगम पूरे शहर में इस मुहिम को लागू करा पाने में सफिशिएंट स्टाफ व मैनपॉवर नहीं जुटा पा रहा। वहीं जनकपुरी वार्ड में ही यह मुहिम कुछ दिनों बाद ही हांफने लगी थी। एजेंसी के सुपरवाइजर के खिलाफ वार्ड के पार्षद व जनता ने कूड़ा न उठने पर निगम से शिकायत भी की। एजेंसी और निगम के बीच आपसी तालमेल न बैठ पाना भी इस मुहिम के रफ्तार न पकड़ पाने की बड़ी वजह रही।

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डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की मुहिम शुरू कराने में हो रही देरी बड़ी लापरवाही है। अधिकारियों को निर्देश दिए जाने के बाद भी इसमें लेटलतीफी हो रही है। जरूरी मैनपॉवर व रिसोर्सेज हम पर हैं, लेकिन इसका सही से यूज नहीं हो पा रहा। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की मुहिम को सावधानी से आगे बढ़ाया जा रहा है। योजना को लागू करने के बाद कोई दिक्कतें न हो इसके लिए ही पहले से सभी संभावित मुद्दों पर काम किया जा रहा है। जल्द ही शहर के सभी वार्डो में मुहिम शुरू होगी। - सच्चिदानंद सिंह, अपर नगर आयुक्त