-कांकड़टोला, हजियापुर और संजय नगर वार्ड का बुरा हाल

-कई साल से सड़कों पर बरकरार गड्ढे, नाले चोक, खुले में कूड़ा

BAREILLY: बरेली के बाशिंदे शहर की सरकार से यूं ही नाराज नहीं हैं। थोड़ी सी बारिश में नाले का गंदा पानी घरों में कब्जा कर ले और कूड़े से निकलने वाली बदबू जीना मुहाल कर दें तो विकास के पर लाखों करोड़ों खर्च करने के दावे बिखर ही जाते हैं। बरेली के पुराने शहर के वार्ड बुनियादी सुविधाओं के ही पूरा होने की राह देख रहे हैं। सड़क, सीवर और सफाई इन तीन बिन्दुओं पर नगर निगम के अधिकारी और पार्षद जनता के बीच नाकाम और नाराजगी की वजह बने हैं। इस बार शहर के पॉश एरिया से सटे तीन वार्ड कांकड़टोला, हजियापुर और संजयनगर में बसी बदहाली की कहानी।

वार्ड क्क् में नहीं उठता कूड़ा

वार्ड क्क् संजय नगर में पहुंचते ही टूटी सड़के राहगीरों का वेलकम करती हैं। खराब और जगह-जगह टूट गई वार्ड की सड़कें पिछले कई साल से नहीं बनाई गई। गड्ढे कई बार एक्सीडेंट की वजह बनती हैं। वहीं वार्ड में एक भी डलावघर नहीं है, सिर्फ एक जगह डस्टबिन है। ऐसे में वार्ड का सारा कूड़ा इलाके के खाली प्लॉट में गिरता है। पूरे वार्ड में बेतरतीब बने ऐसे कूड़ाघर कभी साफ नहीं होते। वहीं इलाके की कई गलियां बुरी तरह सीवर के गंदे पानी की चपेट में हैं। बारिश में यही कूड़ा और गंदी नालियां बीमारी फैला रही हैं। लोगों में अपने पार्षद के लिए असंतोष और निगम के लिए नाराजगी है।

गंदगी का पहचान हजियापुर

पुराने शहर के सबसे कम डेवलप एरिया में वार्ड 9 हजियापुर भी एक है। इलाके में गरीब वर्ग की आबादी ज्यादा है। शहर से लेकर देश की सरकार बनाने में भले ही यहां वोटर्स की खासी भीड़ हो, लेकिन विकास के मामले में यह बुरी तरह उपेक्षित है। वार्ड की सबसे बड़ी समस्या यहां के गंदे चोक नाले और गंदगी का ढेर है। खाली मैदान पर कूड़े का सैलाब सा बन गया है। इलाके के लोगों ने बताया कि जरा सी बारिश से वार्ड में जलभराव की समस्या बन जाती है। वहीं गंदगी पर बारिश से बदबू उठती है तो जीना मुहाल हो जाता है। सरकारी हैंडपंप सूखे हुए हैं, जिससे पानी की जबरदस्त किल्लत है।

वार्ड भ्ब् में नहीं बनी सड़कें

हजियापुर वार्ड से सटे वार्ड भ्ब् कांकड़टोला के भी हालात बहुत बेहतर नहीं हैं। निगम की गाड़ी कूड़ा उठाने आती जरूर हैं, बावजूद इसके वार्ड में गंदगी की भरमार है। सीसी टाइल्स और हॉटमिक्स की सड़कें टूटी पड़ी हैं, जिन्हे काफी समय से निगम की ओर से मेंटेंन नहीं किया गया। कई जगह नालियां गंदी हैं जहां सफाई नहीं होती। पीने के पानी की इस वार्ड में भी किल्लत है। हैंडपंप न होने से लोग बिजली कटौती होने पर पानी को तरस जाते हैं। लोगों ने शिकायत कई बार पार्षद से की। परेशानी बताने पर काम नहीं होता सिर्फ आश्वासन मिलता है।

-

वार्ड में क्0 साल से रोड नहीं बनी। आए दिन लोग खराब रोड पर एक्सीडेंट का शिकार होते हैं। यहां कोई डलावघर भी नहीं। कभी कूड़ा नहीं उठता। निगम की गाडि़यां कूड़ा लेने नहीं आती।

- विशाल गुप्ता, संजय नगर

पूरे वार्ड में गंदगी का ढेर है। नाले गंदे हैं। जरा सी बारिश में जलभराव हो जाता है। बदबू के चलते इलाके से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। बारिश में हालात और बदतर हो जाते हैं।

- हनीफ, हजियापुर

नालियां चोक हैं और कई सड़कें टूट चुकी हैं। टाइल्स रोड भी अधूरी पड़ी है। पीने के पानी के लिए वार्ड में हैंडपंप की कमी है। सड़क पर कूड़ा बिखरा रहता है। पार्षद से सिर्फ आश्वासन ही मिला है।

- जाहिद रजा, कांकड़ टोला

निगम से कहने के बावजूद नालियों की सफाई नहीं होती। जलभराव हो जाता है। निगम से अब तक कोई काम नहीं हुआ। समस्याओं पर सुनवाई नहीं होती। ऐसे में हम खुद क्या मुंह लेकर लोगों के पास जाएं।

- मंजू भारती, पार्षद वार्ड 9 हजियापुर

पूरे वार्ड में सिर्फ एक डस्टबिन है। वार्ड का कूड़ा खाली जगहों पर गिरता है। सड़कें टूटी हैं लेकिन कई रोड पर काम हुआ है। जलभराव की मुसीबत भी है, वार्ड में समवेल लगवाने का प्रस्ताव दिया है।

- सीता देवी, पार्षद वार्ड क्क् संजयनगर