सफाई, नाले और टाइल्स रोड पर सदन में बवाल, भाजपा-सपा पार्षद भिड़े

मेयर ने नालों की सफाई पर बनाई 5 कमेटियां, नगर आयुक्त बैठक से नदारद

फ्राइडे को होगी बोर्ड बजट बैठक, कमेटियां मेयर को सौंपेंगी अपनी रिपोर्ट

BAREILLY: एक बार फिर से नगर निगम की बोर्ड बैठक हंगामें, आरोपों और बवाल की भेंट चढ़ गई। सफाई और पानी के मुद्दे की आग में मंडे को होने वाली बोर्ड की बजट बैठक में जमकर हंगामा हुआ। पार्षदों ने निगम प्रशासन की वर्किंग पर जबरदस्त नाराजगी दिखाई। हालात ये रहे कि सदन के शुरू होते ही सपा और भाजपा पार्षद के आपस में भिड़ने से हंगामा हो गया। काफी देर बाद जब हालात काबू में आया और माहौल शांत हुआ तो पार्षदों की अपील पर मेयर डॉ। आईएस तोमर ने बोर्ड की ख्.ब्म् अरब रुपए की बजट बैठक को रद्द कर दिया, जिसके बाद सिर्फ नाले, सफाई, पानी और टाइल्स रोड के मुद्दों पर ही बैठक की गई। वहीं बजट बैठक के लिए फ्राइडे का दिन तय किया गया है। वहीं नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह शहर से बाहर होने के कारण बोर्ड बैठक से नदारद रहे।

फ्0 मिनट देरी से शुरू हुई बैठक

मंडे को दोपहर तीन बजे निगम की बोर्ड बैठक होनी थी। तय समय पर सभी पार्षद सदन में पहुंचे। ख्.ब्म् अरब रुपए के बजट पर चर्चा शुरू होने से पहले ही बखेड़ा शुरू हो गया। पार्षद रचना मेहरोत्रा के बजाए सदन पहुंचे उनके पति राजकुमार मेहरोत्रा ने कहा कि बैठक तब होगी जब बताया जाए कि नाले गंदगी की समस्या कब सुधरेगी। इस पर भाजपा पार्षद विपुल बाबा ने पार्षद के बजाए पार्षदपति के सवाल उठाने पर विरोध किया। विरोध बढ़ा तो सपा और भाजपा खेमे के पार्षद अध्यक्ष की टेबल पर आकर भिड़ गए। मेयर ने दोनों पक्षों को शांत रहने की अपील की। जिसके बाद करीब फ्.फ्0 बजे बैठक शुरू की गई।

सदन के औचित्य पर भी सवाल

निगम की वर्किंग से आजिज आ चुके पार्षदों ने आखिरकार बोर्ड बैठक के औचित्य पर भी सवाल खड़े कर दिए। बैठक शुरू होते ही सपा पार्षद नेता राजेश अग्रवाल ने सवाल दागा कि क्या सदन की बैठक सिर्फ बजट पास करने के लिए है। पार्षद नेता ने निगम के निर्माण कार्यो की जांच, शहर में खुदे गड्ढों और निगम के सिर्फ रोड कटिंग से जुर्माना वसूलने की बयानबाजी पर भी सवाल उठाए। वहीं महिला पार्षद शालिनी जौहरी ने भी जनसमस्या की जगह सिर्फ बजट पास करने को ही सदन की जिम्मेदारी समझे जाने पर सवाल किए। महिला पार्षद ने मेयर से पूछा कि पिछले दो बैठकों में पास हुए एजेंडों में कितने पर काम हुआ।

दो परसेंट कमीश्ान पर विवाद

सफाई, नाले, पानी और टाइल्स रोड के मुददों पर चर्चा के दौरान भाजपा पार्षद विपुल बाबा के एक बयान से हड़कंप मच गया। घटिया कंस्ट्रक्शन और अधिकारियों के ख्8 परसेंट कमीशन लिए जाने के मुद्दे पर भाजपा पार्षद ने खुलकर कहा कि वह ख् परसेंट कमीशन लेते हैं। निगम भी बताए कि कौन से अधिकारी है जो ख्8 परसेंट कमीशन ले रहे हैं। इस बयान से बाकी पार्षद भी कुछ देर के लिए सकते में आ गए। बाद में भाजपा पार्षद की गैर मौजूदगी में मेयर ने इस तरह सदन में कमीशन लेने की बात मंजूर करने को शर्मनाक बताया।

कमेटी परखेंगी नालों का सच

सदन में जनसमस्याओं पर पार्षदों में उबाल देखते हुए मेयर ने पूछा कि क्या आप शहर में नालों की सफाई से संतुष्ट हैं तो जवाब मिला नहीं। पार्षदों ने बताया कि निगम की ओर से जारी लिस्ट में नालों की सफाई वाली बातें गलत हैं। इस पर मेयर ने पार्षदों से सुझाव मांगे। मिले सुझावों पर मेयर ने नालों की असलियत परखने को कमेटी बनाए जाने और तीन दिन में रिपोर्ट बनाए जाने के निर्देश दिए। मेयर ने शहर को पांच भाग में डिवाइड करते हुए भ् कमेटी बनाई। हर कमेटी में तीन पार्षद और एक निगम अधिकारी को अप्वाइंट किया गया। साथ ही शर्त रखी कि जिस वार्ड में नाले की रिपोर्ट तैयार की जाएगी वहां का पार्षद मौके पर जरूर होगा।

पानी और टाइल्स पर मांगे सुझाव

पानी की समस्या से पार पाने को भी मेयर ने पार्षदों से सुझाव मांगे। सूखे हैंडपंप्स की समस्या पर मेयर ने जलकल विभाग के अवर अभियंता को गैंग लगाकर बोरिंग कराने के निर्देश दिए। वहीं गैंग की कमी पर प्राइवेट आदमियों से काम कराने को कहा है। वहीं गंदे पानी की सप्लाई पर वॉटर कनेक्शन नाली के बगल से न ले जाकर नीचे से ले जाने के निर्देश दिए। साथ ही निर्माण विभाग के एक्सईएन को चेताया कि 80 मिमी क्षमता वाली टाइल्स को फ्00 मिमी और क्00 मिमी क्षमता वाली टाइल्स ब्00 मिमी किए जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा इंजीनियर्स को निर्देश दिए कि सीसी टाइल्स रोड बनाने से पहले ब् इंच का मजबूत बेस तैयार कराने को कहा।