पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने रिपोर्ट में गिनाईं अनियमितता और खामियां
दुविधा में नगर निगम, लीगल एडवाइज के बाद सुप्रीम कोर्ट की शरण
BAREILLY: सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट एक बार फिर हमेशा के लिए बंद होने के खतरे में है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने फ्राइडे को प्लांट बंद किए जाने का फैसला सुनाया है। पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट पर ट्रिब्यूनल ने नगर निगम की उम्मीदों के खिलाफ यह फैसला सुनाया है। निगम के अधिकारियों के मुताबिक फैसले में पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की एनओसी जारी न किए जाने को आधार बनाया गया है। ट्रिब्यूनल के इस फैसले से निगम दुविधा में आ गया है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने प्लांट बंद किए जाने के फैसले पर स्टे लगा दिया था। ऐसे में प्लांट को बंद करने या न करने पर निगम हलकान है। हालांकि अधिकारियों ने सैटरडे से प्लांट को बंद किए जाने की बात कबूली है।
बोर्ड ने गिनाई खामियां
सेंट्रल और स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की टीम ने ख्7 मई को प्लांट का दौरा किया था। ट्रिब्यूनल ने बोर्ड को प्लांट में ड्रेनेज कंस्ट्रक्शन की रिपोर्ट देने को कहा था। टीम ने अपने दौरे के बाद ख्8 मई को ट्रिब्यूनल को अपनी रिपोर्ट दी। जिसमें प्लांट मं कई खामियां और अनियमितता गिनाई गई। अधिकारियों के मुताबिक बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि लाख कोशिशों के बावजूद निगम प्लांट में खामियों को सही नहीं कर सकता।
लीगल एडवाइजर से मदद
खामियों और अनियमितताओं की रिपोर्ट पर प्लांट को एनओसी जारी न होने पर ट्रिब्यूनल के फैसले से निगम जिम्मेदार परेशान है। ट्रिब्यूनल के इस फैसले पर प्लांट तो बंद किया जा रहा है। लेकिन इससे सुप्रीम कोर्ट के आदेश की भी अवहेलना होती दिख रही है। ऐसे में निगम के अधिकारी लीगल एडवाइजर से सलाह मशविरा कर रहे हैं। जिसके बाद वह ट्रिब्यूनल के फैसले के बाद सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे।
एनजीटी के फैसले पर प्लांट को बंद कराया जा रहा है। लीगल एडवाइजर से सलाह ली जा रही है। इसके बाद ही सुप्रीम कोर्ट मं अपील की जाएगी। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त