- काम के नाम पर निगम में अब संडे को नहीं खुलेंगे विभाग
- नगर आयुक्त के निर्देश, पेंडिंग वर्क वीक डेज में पूरे होंगे
- बिना परमीशन विभाग खोलने वाले कर्मचारियों पर जांच शुरू
BAREILLY: काम के बोझ तले दबकर छुट्टी के दिन भी विभाग खोलने को तथाकथित मजबूर कर्मचारियों को नगर निगम ने राहत दे दी है। नगर निगम में अब संडे और अन्य छुट्टियों वाले दिन विभागों पर पड़े ताले नहीं खोले जाएंगे। बिना अधिकारियों की परमीशन के छुट्टी वाले दिन जरूरी काम करने की हिमाकत अब कर्मचारी नहीं कर सकेंगे। नगर आयुक्त ने इस मामले में संज्ञान लेकर यह निर्देश दिए हैं। निगम में बीते संडे निर्माण समेत स्वास्थ्य और लेखा विभाग में दोपहर क्ख् बजे के बाद ताले खोल जरूरी फाइलों को निपटाने का काम किया जा रहा था, जिसकी वजह पेंडिंग वर्क गिनाई जा रही थी और जिसकी जानकारी विभागीय अधिकारी से लेकर नगर आयुक्त तक किसी को नहीं थी।
नगर आयुक्त ने मांगी रिपोर्ट
संडे को बिना अधिकारियों की परमीशन और जानकारी के विभागों को खोलने पर नगर आयुक्त ने रिपोर्ट तलब कर ली है। निगम में छुट्टी के दिन भी पेंडिंग वर्क पूरा करने के नाम पर कुछ बाबू और कर्मचारी दोपहर क्ख् बजे के बाद अपने विभागों में मौजूद थे, जिसका खुलासा होने पर अपर नगर आयुक्त ने पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपने की बात कही थी। हालांकि नगर आयुक्त ने विभागों में चुनाव के चलते पेंडिंग वर्क होने की गुजांइश जताई, लेकिन इसकी जानकारी अधिकारियों को दिए जाने की बात कही।
जरूरी काम की होगी जांच
फाइलों में लटके पड़े विभागीय काम को पूरा करने की मंशा से संडे को ड्यूटी बजाना अब निगम को भी खटक रहा है। निगम अपने स्वास्थ्य विभाग, निर्माण विभाग और लेखा विभाग में पेंडिंग पड़े काम कर रिपोर्ट परखेगा साथ ही कर्मचारियों पर वर्कलोड की समीक्षा भी करेगा। निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने उन कर्मचारियों की भी जांच कराए जाने के निर्देश दिए हैं जिनके नाम किसी न किसी घपले में उछले हैं और जो संडे को अपने विभाग में जिम्मेदारी निभाते मिले थे। जांच का सिरा उन पहलुओं पर भी रहेगा जिनमें विभागीय स्तर पर कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जीवाड़े और गड़बडि़यों के मामले पकड़ में आए हैं।
अधिकारी भी दबा रहे मामला
निगम में संडे को विभाग खोले जाने का मामला तूल पकड़ने पर अब कुछ अधिकारी भी इसे सही ठहराने का राग अलापने लगे हैं। अधिकारियों का कहना है कि विभाग में काम का बोझ ज्यादा होने पर अक्सर संडे को भी काम होता है। अधिकारी बिना नगर आयुक्त की परमीशन और सीनियर्स की जानकारी के बिना विभाग खोले जाने को रिवाज का नाम दे रहे हैं। वहीं जानकारों का कहना है कि निगम से जुड़े घोटालों और फर्जीवाड़ों में अधिकारियों की भूमिका भी अहम होती है। ऐसे में मामले को ठंडा करने को अधिकारियों की एक जमात भी इसे सही ठहराने में जुटी है।
नगर निगम में अब से संडे को विभाग नहीं खोले जाएंगे। इस बारे में आदेश जारी किए जा रहे हैं। उन कर्मचारियों और पेंडिंग काम की भी जांच होगी, जिसके लिए संडे को विभाग खोले गए।
- सतीश कुमार, एक्सईएन