दुकानों के आवंटन में बनाए होटल, निगम को किराया महज 1300 रुपए महीना
BAREILLY: जंक्शन पर बनी अपनी सरायों पर ही नगर निगम अपनी जेबें नहीं लुटवा रहा बल्कि दुकानों के आवंटन में भी इसे जबरदस्त नुकसान उठाना पड़ रहा है। जंक्शन के पास आवंटित की गई इन दुकानों पर ज्यादातर में होटल खुल चुके हैं। जिन पर निगम ने तो मामूली किराया तय किया है लेकिन होटल ओनर्स डेली मोटा मुनाफा कमा रहे। बावजूद इसके निगम के अधिकारियों को किराया वसूलने के लिए हर बार यहां के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। स्टेशन रोड पर करोड़ों की इन संपत्तियों से निगम को कौड़ी के भाव भी किराया नहीं मिल रहा। जबकि निगम के पुराने कर्मचारियों से सांठ गांठ कर इन दुकानों पर लोगों ने अवैध निर्माण करा बड़े-बड़े होटल खोल दिए।
मामूली किराए पर काट रहे चांदी
जंक्शन के पास निगम की ओर से कई साल पहले दुकानों का आवंटन किया गया था। दुकानों के नाम पर आवंटित इन जगहों पर बाद में होटल बन गए। यहीं पर बने क्7 कमरों वाले रीगल होटल का किराया निगम के रिकार्ड्स में महज क्फ्म्9 रुपए महीना तय है। जबकि इस होटल का हर कमरा फ्भ्0 रुपए पर डे के हिसाब से चार्ज किया जाता है। इस तरह निगम को जहां साल भर में इस होटल से महज क्म्,ब्ख्8 रुपए का किराया बमुश्किल वसूल होता है, वहीं यह होटल हर साल करीब क्0 लाख की कमाई करता है।
निगम की प्रॉपर्टी पर नुकसान की रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। रिपोर्ट मिलते ही इस पर कार्रवाई की जाएगी। अवैध निर्माण और किराया वसूली न होने के जिम्मेदार लोगों पर भी कार्रवाई होगी। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त