बरेली : एमजेपीआरयू में राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (नैक) टीम तीन दिवसीय दौरा पूरा करके बंगलुरू लौट गई। टीम के सदस्य मूल्यांकन के बाद आल द वेस्ट बोलकर गए हैं। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि विश्वविद्यालय को ए प्लस प्लस ग्रेड मिल सकता है। टीम ने शैक्षणिक माहौल की जमकर तारीफ की। ग्ऱेड बढऩे से विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं में सुधार होगा।
अचंभित रह गए मेंबर्स
नैक टीम को बुधवार सुबह विश्वविद्यालय से संचालित पंडित दीनानाथ मिश्र इंटर कॉलेज ले जाया गया। हालांकि टीम के सदस्यों ने जाने से इनकार किया, लेकिन जब टीम इंटर कॉलेज में पहुंची तो वहां का शैक्षिक माहौल देख कर दंग रह गई। इस स्कूल में सभी गरीच् बच्चे अध्ययन करते हैं। किसी के पिता रिक्शा चालक हैं, किसी के मजदूरी करते हैं। कुछच् बच्चों के पिता कोविड के प्रकोप में गुजर चुके हैं फिर भी स्कूल का अनुशासन और यहां की लैब, पुस्तकालय देख कर टीम के सदस्य आश्चर्यचकित रह गए। एक दिन पहले उन्होंने मूक बधिरच् बच्चों का दिशा स्कूल देखा और आज इंटर कॉलेज देख कर टीम सदस्यों ने पहली बार देश की किसी यूनिवर्सिटी द्वारा ऐसे स्कूल चलाने पर प्रसन्नता जाहिर की। वरिष्ठ नागरिकों से मिलकर कहा कि पहली बार ऐसा देखा कि कोई विश्वविद्यालय बड़ों की राय लेने और सीख लेने के लिए ऐसी टीम को भी अपने साथ रखता है। टीम ने सदस्यों ने प्रशासनिक भवन में एक घंटे तक अपनी बैठक की। इसके बाद एमबीए विभाग सभागार में आइक्यूएसी टीम के सदस्यों के साथ बैठक हुई जिसमें मूल्यांकन प्रपत्रों का प्रदर्शित किया गया। जिन सात ङ्क्षबदुओं पर मूल्यांकन किया गया उसके प्रपत्र भी सौंपे गए।
आईक्यूएसी के कार्य भी सराहे
नैक टीम के चेयरमैन बूटा ङ्क्षसह ङ्क्षसधू ने विश्वविद्यालय की आइक्यएसी (इंटरनल क्वालिटी एस्योरेंस सेल) टीम के कार्यों और सहयोग की सराहना की। इस टीम को डा। संजय मिश्र कोआर्डिनेट कर रहे थे। नैक टीम ने विश्वविद्यालय प्रेक्षागार में नैक टीम के साथ फोटो सेशन किया गया। इस दौरान नैक टीम के चेयरमैन बूटा ङ्क्षसह ङ्क्षसधू ने कहा कि रुविवि को पहले बी प्लस रैंक मिला था। मुझे मूल्यांकन के बाद लगता है कि वो रैंक कम था। दिशा स्कूल और गरच्ीब बच्चों के लिए संचालित इंटर कॉलेज देखकर हमें लगा कि विश्वविद्यालय ऐसे स्कूल चलाकर समाज चे अच्छा संदेश दे रहा है। ऐसा हमने अभी तक कहीं नहीं देखा। इस बीच नैक टीम ने कुलपति प्रोफेसर केपी ङ्क्षसह को एक शील्ड रिपोर्ट भी सौंपी। कहा कि स्मति उपवन देखा और तमाम ऐसी चीजें हमने यहां देखीं जिनसे काफी कुछ सीखकर जा रहे हैं। इसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों को आल द वेस्ट कह कर जाने की अनुमति मांगी। इस दौरान कुलपति प्रोफेसर केपी ङ्क्षसह, कुलसचिव डा। राजीव कुमार, डा। आलोक श्रीवास्तव, डा। संजय मिश्रा, प्रोफेसर विनय ऋषिवाल, प्रोफेसर एसके पांडेय, डा। अमित ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।
आज रहेगा अवकाश
नैक टीम का तीन दिवसीय दौरा पूर्ण होने के बाद रुहेलखंड विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार का अवकाश किया गया है। कुलसचिव डा। राजीव कुमार ने जारी सूचना में कहा है कि नैक मूल्यांकन की सफलता के बाद यह अवकाश किया गया है। नैक मूल्यांकन के कारण रविवार और गंगा दशहरा के अवकाश में भी विश्वविद्यालय को खोला गया था।