धारदार हथियार से मारा
अर्जुन बिहारीपुर का रहने वाला था। वह पेशे से ऑटो ड्राइवर था। फ्राइडे रात अर्जुन ने घर के नजदीक रहने वाले हृदय मौर्य से उनका टैम्पो रेलवे जंक्शन पर लिया। अर्जुन ने हृदय से पहली बार टैम्पो किराए पर लिया था। रात भर के लिए उसने 200 रुपए देने को कहा। अर्जुन टैम्पो लेकर चला गया। सुबह टैम्पो कैंट इलाके में सेंट मारिया स्कूल के पीछे लावारिस हालत में खड़ा मिला। लोगों ने पास जाकर देखा तो पिछली सीट के नीचे अर्जुन का खून से लथपथ शव पड़ा था। उसकी गर्दन पर धारदार हथियार की चोट के निशान थे। इसकी सूचना मिलते ही इलाके में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलने पर ऑटो ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष जयराम गुप्ता समेत कई लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अर्जुन की बॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घर से बुलाकर ले गए थे दो दोस्त
अर्जुन की मां शीला का कहना है कि फ्राइडे को पांच बजे इलाके में ही रहने वाला प्रशांत और एक अन्य युवक अर्जुन को घर से बुलाकर ले गए थे। फैमिली ने उन लोगों पर अर्जुन के मर्डर करने का आरोप लगाया। कैंट पुलिस ने घरवालों की शिकायत पर प्रशांत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
तीन दिन पहले हुई थी मारपीट
पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद परिजन शांति के मुताबिक, प्रशांत पुलिस के लिए मुखबिरी करता है। वह अर्जुन पर भी मुखबिरी करने का दबाव बनाता था लेकिन उसने बात नहीं मानी। एक और दोस्त दीपक को प्रशांत ने चाकू रखने के झूठे आरोप में फंसाकर जेल भिजवा दिया था। तीन दिन पहले रेलवे जंक्शन पर अर्जुन के साथ उन्होंने मारपीट भी की थी।