BAREILLY: थर्सडे को तीन जिंदगियों के लिए किला काल बन गया। बाइक सवार एक युवक को कार ने किला पुल पुल पर टक्कर मार दी और वह उछलकर नीचे जा गिरा। भीषण हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं दूसरी दुखद घटना में हाईटेंशन लाइन ने एक को असमय काल के गाल में पहुंचा दिया। एक अन्य घटना में एक और व्यक्ति किला में ही ट्रेन से कट कर जान गंवा बैठा।
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कार की टक्कर से ख्भ् मीटर नीचे गिरा
फ्8 वर्षीय ब्रिज किशोर रजत विहार, सैनिक कालोनी गली नंबर 8 में रहते थे। वह इज्जतनगर स्थित सिंचाई विभाग ऑफिस में क्लर्क थे। परिवार में मां अतरकली, पत्नी पुष्पांजलि, क्भ् साल की बेटी प्राची और क्ख् साल का बेटा हरु हैं। उनके बड़े भाई रामकिशोर रेलवे में इंजीनियर हैं। थर्सडे दोपहर करीब ब् बजे ब्रिज किशोर हार्टमन पुल से बाइक से जा रहे थे। रास्ते में रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर मोड़ के पास तेज रफ्तार कार ने पीछे से टक्कर मार दी। जबरदस्त टक्कर से ब्रिज किशोर बाइक से उछलकर पुल की रैलिंग को पार करते हुए नीचे गिर गए। ब्रिज किशोर मुंह के बल नीचे गिरे थे। पास में ही गढ़ी चौकी के सिपाही सूचना पहुंचे और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लेकर पहुंचे लेकिन ब्रिज किशोर की मौत हो चुकी थी। चश्मदीदों ने बताया कि कार का नंबर उत्तराखंड का है।
हेल्मेट भी नहीं बचा पाया जान
ब्रिज किशोर ट्रैफिक नियमों का पालन करने और सेफ्टी के लिहाज से हमेशा हेल्मेट पहनते थे लेकिन बुरे वक्त में हेल्मेट भी काम नहीं आया। टक्कर लगने से हेल्मेट सिर से निकलकर अलग गिरा और उनकी मौत हो गई।
खतरनाक है पुल पर मोड़
हार्टमन पुल लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया है लेकिन पुल काफी खतरनाक हैं। इस पुल का स्ट्रक्चर सही नहीं है। पुल पर अंधा मोड़ है जिसपर हमेशा ही एक्सीडेंट होने का डर बना रहता है। इसी तरह से चौपुला पुल का भी हाल है।
परिवार पर टूटा पहाड़
जैसे ही ब्रिज किशोर के घर में मौत की सूचना पहुंची तो कोहराम मच गया। पत्नी पुष्पांजली डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंची और लाश देख बेहोश होकर गिर गई। वहीं जैसे ही भाई रामकिशोर को सूचना मिली तो वह नरमू का अधिवेशन छोड़कर तुंरत डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। वह भी कई बार गश खाकर गिर गए। इसी दौरान मां भी पहुंच गई। सभी एक-दूसरे को ढांढस भी बंधा रहे थे। मां और पत्नी के जुबान से बस यही शब्द निकल रहे थे कि भगवान पहले उन्हें उठा लेते।
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हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत
किला में दूसरा हादसा हाईटेंशन लाइन से हुआ। उड़ला जागीर निवासी ख्भ् वर्षीय अमर सिंह संविदा पर लाइनमैन है। उसके परिवार में पिता गंगा चरण, मां, पत्नी सुनीता और एक साल का बच्चा है। अमर सिंह किला छावनी एरिया में शिकायत पर लाइन ठीक करने के लिए गया था। वह क्क् हजार की हाईटेंशन लाइन के खंभे पर चढ़कर लाइन ठीक कर रहा था। इसी दौरान किसी ने लाइन चालू कर दी जिससे खंभे से चिपक गया। उसके बाद बिजली के झटके से वह खंभे से सिर के बल नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई।
'मेरे साथ भेज दाे पति को'
इस हादसे के बाद अमर सिंह के मां और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। एक साल के मासूम बच्चे को कभी मां तो कभी पत्नी संभालती। पत्नी बार-बार पुलिसकर्मियों से हाथ जोड़कर कह रही थी कि पति को बाहर निकालकर उसके साथ भेज दें। वहीं हादसे के बाद बिजली विभाग की लापरवाही भी सामने आ रही है। सबसे बड़ा सवाल यह कि अगर लाइन बंद थी तो लाइन चालू किसने की। पुलिस हादसे की जांच कर रही है।