- 19 मार्च को नवाबगंज में बरखन-क्योलडि़या रोड पर मिला था के भोलेनाथ का शव
- मर्डर करने का दबाव बनाने पर रुपये हड़पने के लिए सुपारी किलर ने ही कर दी थी हत्या
बरेली। लोग अपना एक जुर्म छिपाने के लिए कई जुर्म कर खुद को इस कदर अंधकार में ढकेल लेते हैं कि वहां से फिर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचता। अक्सर जालसाजी उनकी जिंदगी भी निगल लेती है। ऐसा ही कुछ नवाबगंज के भोलेनाथ के साथ हुआ। जिसने एक हत्या के मामले में सजा से बचने के लिए दूसरी हत्या की साजिश रच डाली। जिस सुपारी किलर को उसने मर्डर कराने के लिए चुना था, वह उसी के खिलाफ हो गया। फिर हजारों रुपये हड़पने के लिए उसी की हत्या कर शव सड़क किनारे फेंक दिया। शुरुआत में तो सब हत्यारोपियों के षड्यंत्र के मुताबिक ही चला, लेकिन पुलिस ने जब जांच की तो मामले की परत दर परत खुलती चली गई और मामले का खुलासा हुआ। फ्राइडे को एसपी रूरल राजकुमार अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले की ब्रीफिंग की। कार्रवाई के बाद पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को जेल भेज दिया। वहीं उनके तीसरे साथी की तलाश की जा रही है।
कोर्ट से लौटते वक्त दिया था घटना को अंजाम
नवाबगंज के गांव अधकटा रब्बानी बेगम निवासी भोलानाथ के छोटे भाई की शादी वर्ष 2013 में क्योलडि़या के गांव ज्योति जागीर निवासी प्रमोद कुमार की बेटी पूनम से हुई थी, जिसकी करीब तीन साल बाद ही ससुराल में हत्या कर दी गई थी। मामले में पीडि़त परिवार ने भोलानाथ, उसके छोटे भाई व अन्य के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की सुनवाई कोर्ट में चल रही है। जिसकी तारीख 18 मार्च को थी और भोलानाथ इसमें शामिल होने कोर्ट पहुंचा था। यहां से लौटते वक्त वह अपने साथियों के साथ था। जिन्होंने रास्ते में ही घटना को अंजाम दिया था। फिर अगले दिन भोलानाथ का शव बरामद हुआ था।
भाई के ससुरालियों पर दर्ज हुई थी रिपोर्ट
नवाबगंज क्षेत्र के गांव बरखन से क्योलडि़या क्षेत्र को जाने वाली सड़क पर किनारे ही भोलानाथ का शव पड़ा मिला था। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने शुरुआत से ही पुराने विवाद के चलते विपक्षीगणों पर हत्या का आरोप लगाया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने में गला दबाकर हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने प्रमोद, रामप्रकाश, विवेक और अनिल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। हत्या का कारण पुराने दहेज हत्या के मामले में रंजिश रखना व जान से मारने की धमकी देना बताया गया था। लेकिन पुलिस की जांच में मामला उलटा निकला।
समझौता न करने पर दी थी सुपारी
पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान सामने आया कि रिपोर्ट में नामजद आरोपियों की लोकेशन व अन्य डिटेल्ट घटना से मैच नहीं करती। ऐसे में पुलिस ने अन्य एंगल से जांच शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक सामने आया कि भोलानाथ व उनका परिवार प्रमोद व अन्य विपक्षीगणों पर लगातार दहेज हत्या के मामले में समझौता करने का दवाब बना रहे थे। ऐसे में विपक्षीगणों ने किसी भी हाल में समझौता करने से इंकार किया तो भोलानाथ ने करीब डेढ़ महीना पहले मृतका के भाई रामप्रकाश की हत्या के लिए अपने दूर के रिश्तेदार देवरनिया क्षेत्र के गांव खमरिया गोपाडांडी निवासी बांधूराम और दोस्त शीशगढ़ के गांव टेहरा निवासी बुद्धसेन को सुपारी दी थी। जिसके लिए तय हुई रकम 50 हजार रुपये भी पूरी एडवांस में दे दी गई थी।
रुपये हड़पने की थी साजिश
पुलिस के मुताबिक जब बांधूराम और बुद्धसेन से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि सुपारी लेने के बाद वह लोग भोलानाथ को टहलाने लगे थे। अक्सर उससे बात भी नहीं करते थे। ऐसे में वह उन पर जल्दी काम करने का दवाब बनाने लगा था। इस बीच उन्होंने रुपये हड़पने के लिए यह प्लान बनाया। इसके चलते वह 18 मार्च को भोलानाथ के साथ कोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने अपने तीसरे साथी देवरनिया के गांव मकसूदनपुर निवासी रईस अहमद को जीप लेकर सेटेलाइट बुलाया। वहां से चारों साथ में नवाबगंज को निकले। इसके बाद हाफिजगंज नवाबगंज के बीच भोलेनाथ के अंगोछे से उसका गला दबा दिया और फिर क्योलडि़या मार्ग पर सड़क किनारे फेंक दिया।
दोनों तरफ से लूटना चाहते थे मोटी रकम
पुलिस के मुताबिक बांधूराम व बुद्धसेन रिश्तेदार व दोस्त होने के नाते भोलानाथ के घर की सारी स्थिति से वाकिफ थे। उन्हें पता था कि भोलानाथ की मौत के बाद परिवार विपक्षीगण ससुरालियों पर ही हत्या की शक जताएगा और विपरीत हालातों के चलते इसकी पैरवी भी करेगा। अगर वह रामप्रकाश को मार देते तो भोलानाथ पुलिस पूछताछ में उनका नाम बता देता। इसलिए उन्होंने भोलानाथ को ही रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। साथ ही प्लान ये भी था कि हत्या के मामले में फिर समझौता कराने के नाम पर वह मृतक के परिवार व विपक्षीगणों से भी मोटी रकम वसूल लेते। लेकिन इससे पहले ही उनका भांडा फूट गया।
- मामले के आरोपी पहले से ही संदिग्ध थे। जांच में सब साफ हो गया। सुपारी लेने वालों ने ही रुपयों के लालच में हत्या की थी। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं तीसरे साथी की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। राजकुमार अग्रवाल, एसपी रूरल