- एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया था मुख्य आरोपित, वीडियो वायरल

- शाही के कुलछा गौटिया में भाकियू नेता की पत्नी की पीटकर हत्या का मामला

बरेली : सम्भल में मुंह से ठाय-ठाय की आवाज कर एनकाउंटर करने वाली यूपी पुलिस का एक और एनकाउंटर सवालों के घेरे में आ गया है। बरेली के शाही के कुलछा गौटिया में भाकियू नेता की पत्नी की पीटकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपित को पकड़ने का दावा किया। मुठभेड़ का वीडियो वायरल हुआ तो सवाल खड़े होने लगे। वायरल वीडियो में एसओ शाही वीरेंद्र सिंह राणा मुठभेड़ में घायल युवक से उसका नाम पता पूछ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जब आरोपित के बारे में पुलिस को जानकारी ही नहीं है तो उसे गोली मारने की नौबत आखिर कैसे आ गई।

गोली मारने की नौबत आखिर कैसे

घटना संडे की है। कुलछा गौटिया में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) फतेहगंज पश्चिमी ब्लाक अध्यक्ष लाखन राम वर्मा की पत्नी नत्थो देवी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप भाकियू नेता के छोटे भाई श्रीराम, उसकी पत्नी भानमती व पुत्र सोनू और प्रेमपाल पर लगा। मृतका के पति लाखन राम की ओर से श्रीराम, उसकी पत्नी व उसके दोनों पुत्रों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज हुई। पुलिस ने आरोपित भानवती व सोनू को घटना के थोड़ी देर बाद ही गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपित श्रीराम को मुठभेड़ में पकड़ा। मुठभेड़ में श्रीराम के साथ सिपाही मनीष नागर भी गोली लगने से घायल हुआ। वायरल वीडियो से सवालों के घेरे में आए एसओ शाही वीरेंद्र सिंह राणा ने सफाई पेश करते हुए कहा कि मुखबिर की सूचना मिली जिसके बाद मुठभेड़ में उसे पकड़ा गया। नाम, पता पूछना विवेचना का पार्ट है। तभी तो पता चलेगा कि वह वहीं आदमी है कि नही। अब सवाल यही है कि मुखबिर की सूचना पर पुलिस क्या किसी को भी गोली मार देगी। हत्याकांड में पकड़े गए तीनों आरोपितों को सोमवार को जेल भेज दिया गया, जबकि एक आरोपित अब भी फरार है।

युवक ने पहले पुलिस पर फायर झोंका। पकड़ने के लिए पुलिस ने उस पर फायर किया। मुठभेड़ में वह पकड़ा गया, तभी नाम पता-पता पूछा गया। यह विवेचना का हिस्सा है।

संसार सिंह, एसपी देहात