- 13 जून को घर से निकलने के बाद हो गया था लापता, 16 को शव हुआ था बरामद
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सीने की हड्डी व पसली टूटी होने की पुष्टि, फेफड़ा फटा व गले पर मिले निशान
बरेली : चालीस हजार रुपये के लिए एक दोस्त ने बचपन के साथी को मार डाला। उसके द्वारा साथी की हत्या भी बड़े निर्मम तरीके से की गई। आरोपित ने युवक को पत्थर पर पटक घुटने से सीने पर वार कर दिया। इससे वह बेसुध हो गया। इसके बाद गला दबा दिया। मरने की पुष्टि होने के बाद शव नाले में फेंक दिया और मोबाइल कूचकर एक पॉलीथीन में दूसरी ओर फेंक दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक सोमपाल के सीने की हड्डी टूटी होने, फेफड़ा फटा होने व गले पर चोट के निशान मिले हैं। बैकुंठापुर निवासी आरोपित कमरुद्दीन को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया।
मनेहरा निवासी सोमपाल शर्मा ठेके पर बि¨ल्डग बनवाने का काम करते थे। वह 13 जून को घर से शहर जाने की बात कहकर निकले थे। इसके बाद वह घर नहीं लौटे। इस पर स्वजन ने संबंधियों व ग्रामीणों की मदद से सोमपाल की तलाश शुरू की। कोई सुराग न मिलने पर 15 दिन की शाम को भाई सेवाराम ने भोजीपुरा थाने में भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 16 जून की शाम पुलिस को बसुधरन ढाल के पास नाले में शव पड़े होने की सूचना मिली। पुलिस ने शव को बाहर निकाला, शव की शिनाख्त सोमपाल के रूप में हुई। सोमपाल के मोबाइल नंबर की सीडीआर के आधार पर बैकुंइापुर निवासी कमरुद्दीन को हिरासत में लिया क्योंकि, सोमपाल के नंबर पर उस दिन कमरुद्दीन का कई बार फोन आया था।
रुपए न देने पर हत्या
पूछताछ ने कमरुद्दीन ने बताया कि छह माह पहले सोमपाल ने उससे 40 हजार रुपये उधार लिये थे। उसे हाल में ही रुपयों की जरूरत पड़ी। बार-बार तकादा करने के बाद भी सोमपाल रुपये नहीं दे रहा था। 13 जून को सोमपाल को फोन किया तो उसने भोजीपुरा पुल पर मिलने की बात कही। रकम के लिए सोमपाल ने देवरनिया चलने की बात कही। दोनों अपनी-अपनी बाइक से चल दिए। कमरुद्दीन के मुताबिक, वहां सोमपाल ने शराब पी। फिर वहां से दोनों भोजीपुरा के साथ चल दिए। रकम न मिलने पर रास्ते में ही तूल-तकरार शुरू हो गई। बसुधरन ढाल के पास कमरुद्दीन ने सोमपाल को रोका। यहीं पर रकम न देने पर विवाद बढ़ गया। कमरुद्दीन ने सोमपाल को पत्थर पर पटक दिया। इसके बाद घुटने से सीने पर वार कर दिया। बेसुध होने पर गला दबाकर हत्या कर दी और शव नाले में फेंक दिया। मोबाइल कूचकर पालीथीन में बांधकर घटनास्थल के थोड़ी आगे डाल दिया।
कक्षा चार से कक्षा आठ तक दोनों पढ़े थे साथ
सोमपाल और कमरुद्दीन दोनों कक्षा चार से कक्षा आठ तक साथ-साथ पढे थे.च्दोनों अच्छे मित्र थे। एक-दूसरे के दुख-सुख में दोनों साथ खड़े होते। दोनों का एक-दूसरे के घर आना जाना था। बीमारी में सोमपाल को अचानक से 40 हजार रुपये की जरूरत पड़ी तो उसने तत्काल उसे दे दिए। अब सोमपाल को क्या पता था कि 40 हजार रुपये ही उसकी जान ले लेंगे। कमरुद्दीन द्वारा हत्या किए जाने की बात सुनते ही सोमपाल के स्वजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई।
मौत के घाट उतारने के बाद उसे ढूंढने में देना लगा स्वजन का साथ
किसी को कोई शक न हो, इसके लिए सोमपाल के गायब होने की सूचना के बाद कमरुद्दीन तुरंत उसके घर पहुंचा। स्वजनों के साथ-साथ सोमपाल को ढूंढने में मदद करने का उसने झूठा नाटक किया। काल डिटेल के बाद हिरासत में लिए जाने के बाद उसने सच कबूल दिया।
बाइक बेचने की फिराक में था कमरुद्दीन
सोमपाल की हत्या के बाद कमरुद्दीन उसकी बाइक बेचने की फिराक में था। इसी के चलते उसने बाइक ठिकाने लगा दी थी। चर्चा है कि उसने बाइक का सौदा तक कर लिया था और उस एक घर में खड़ी कर दी थी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि सोमपाल की बाइक बरामद शव के दूसरी ओर थोड़ी आगे बरामद की गई है।
कमरुद्दीन ने सोमपाल की हत्या की बात कबूल की है। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसकी बाइक भी बरामद कर ली गई है।
- राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात