- युवती के अपहरण के मामले में जेल जाने से बचने के लिए रची थी साजिश

- 19 मार्च की रात कैंट के नबीनगर में हुई थी घटना, नौ लोगों के खिलाफ दर्ज करा दी थी रिपोर्ट

बरेली। गांव की एक युवती को भगा ले जाने के बाद दर्ज हुई अपहरण की रिपोर्ट में जेल जाने से बचने को एक फौजी व उसके भाई ने ही अपनी मां को गोली मारकर दूसरे पक्ष के लोगों को फंसाने की साजिश रची थी। घटना के बाद पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया था। लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। अब मामले की जांच के बाद कैंट पुलिस ने संडे को फौजी और उसके भाई को जेल भेज दिया।

खुद लेकर पहुंची थी तमंचा

कैंट क्षेत्र के गांव नबी नगर निवासी वृद्धा अनरिखा के 19 मार्च की रात गोली लगने के बाद पुलिस ने उनके बेटे शमशीर की तरफ से गांव के ही नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। इसके बाद सामने आया था कि पीडि़त का छोटा बेटा इमरान दो दिन पहले गांव की ही एक युवती को भगा कर ले गया था। मामले में उसके व शमशीर के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। मामले में जब पीडि़ता पर ही पुलिस का शिकंजा कसने लगा तो बीते शुक्रवार को वृद्धा खुद ही एसएसपी के सामने पेश हुई थी और तमंचा दिखाते हुए खुद ही गोली मारने की बात कबूली थी। इसके बाद पुलिस ने अनरिखा और दोनों बेटों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। अब पुलिस ने संडे को फौजी सद्दाम व शमशीर को जेल भेज दिया।

इमरान को ढूंढ रही पुलिस

इंस्पेक्टर कैंट राजीव कुमार ने बताया कि अभी तक इमरान उनके हत्थे नहीं चढ़ा है। उसकी तलाश जारी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर युवती को भी बरामद कर कार्रवाई करेगी। युवती को भगा ले जाने के बाद कार्रवाई से बचने के लिए ही परिवार ने यह साजिश रची थी, जिसका खुलासा कर आरोपियों पर कार्रवाई की गई है।