- अज्ञात हत्यारों ने बरपाया परिवार पर कहर

- एक ही परिवार के मां, बेटे और बहू की हुई हत्या

- पुलिस की लापरवाही का नतीजा मान रहे पड़ोसी

- सभी संदिग्धों की फाइल ओपन करने के दिए निर्देश

BAREILLY: एक ही परिवार में लूट के बाद हुई तीन मर्डर से सुरेश शर्मा नगर दहल उठा। सभी के सिर और चेहरे पर लोहे की रॉड और ईट से वार किया गया था। सिर व चेहरे बुरी तरह कुचल दिए गए थे। दृश्य देखकर सबका दिल पसीज गया। रोते-रोते पड़ोसियों से लेकर रिश्तेदारों तक के आंसू सूख चुके थे। ट्यूजडे देर रात हुई इस घटना से लोग दहशत में है। सभी के चेहरों पर परिवार के साथ हुई लूट और मौत का खौफनाक मंजर दिख रहा था। घटना की सूचना मिलने पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, जांच स्क्वॉयड टीम के साथ पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने घटना की तहकीकात शुरू कर दी है।

लूटपाट की आशंका

लाखों रुपए की लूटपाट का अंदेशा जताया जा रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। पुलिस अधिकारियों ने शहर से बाहर जाने वाले रास्तों पर नाकाबंदी कर सभी गाडि़यों की जांच करने के आदेश दिए हैं। लूट और हत्या के मामलों में अज्ञात हत्यारों के खिलाफ बारादरी थाना में 394 और 302 धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस पुरानी रंजिश और लूटपाट को आधार बनाकर घटना की जांच कर रही है। घटनास्थल से मिले दो लोहे की रॉड और पत्थर व ईटों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है।

किसी से रंजिश नहीं थी

40 वर्षीय योगेश मिश्रा, मां पुष्पा देवी (70) और वाइफ प्रिया मिश्रा (फ्ख्) के साथ सुरेश शर्मा नगर में रहते थे। योगेश के जीजा राम भूषण ने बताया कि योगेश आईकॉन टेक्नोलॉजी नाम से सॉफ्टवेयर कंपनी चलाते थे। उनके दो भाई रविकांत मिश्रा पीलीभीत में इनकम टैक्स ऑफिसर और देवेश देहरादून में लेक्चरर हैं। घटना की जानकारी मिलते ही सभी घर की ओर रवाना हो चुके हैं। पड़ोसियों के मुताबिक योगेश का परिवार मिलनसार था। मोहल्ले में उनकी ना तो किसी से दुश्मनी और ना ही किसी से रंजिश थी।

बदहवास हालत में मंजू

सुबह दस बजे भाई रविकांत ने योगेश के मोबाइल पर कई बार फोन किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। फिर उन्होंने अपनी बहन मंजू को कहा कि योगेश का फोन नहीं उठ रहा है। देखो मामला क्या है। मंजू घर पहुंची तो देखा दरवाजा अंदर से बंद है। डोर वेल बजाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने पड़ोसियों को बुलाया। उसके बाद भी अंदर से जब कोई जवाब नहीं मिला तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजे तोड़कर घर के अंदर घुसी तो देखा कि सभी सामान बिखरा हुआ था। भाई योगेश, भाभी अनु की लाश कमरे में बेड पर और मां पुष्पा की लाश बाथरूम के पास गैलरी में पड़ी हुई थी। यह देखकर मंजू चिल्लाते हुए घर से बाहर भागी और बेसुध हो गई।

खौफनाक रहा मंजर

एकबारगी घर का नजारा देखकर किसी के भी होश उड़ जाएंगे। हत्यारों ने मर्डर के बाद पुष्पा की लाश को ठिकाने लगाने के लिए बाथरूम तक घसीटकर ले गए थे। इससे फर्श पर खून धब्बे बिखरे पड़े थे। पास ही के कमरे में बेड पर अनु और योगेश की लाश भी खून से लथपथ पड़ी हुई थी। सभी के सिर को लोहे की रॉड बुरी तरह कुचल दिया गया था। घर की सभी आलमारी, अटैची के सामान बिखरे पड़े थे.घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार किचन विंडो ओपन होने की वजह से हत्यारों के आने और छत के खुले दरवाजे की ओर से फरार होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

पड़ोसियों में दहशत

सूचना मिलने के साथ ही घर पर रिश्तेदारों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। मंजर देखकर रिश्तेदारों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहा था। घटना के बाद से पड़ोसियों में दहशत है। पड़ोसी अजय सक्सेना ने बताया कि इस घटना से अब डर लगने लगा है। इस मोहल्ले में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। वहीं मौजूद गोपाल शर्मा के अनुसार घटना से कुछ दूरी पर स्थित सीमेंट कलेक्शन की शॉप सहित सामने बने घर पर करीब ख्0 लड़के रात में ठहरते हैं, जो सुबह होने के साथ दिखाई नहीं पड़ते। महिलाएं भी घरों के बाहर निकलकर संबंधित घटना पर आक्रोश व्यक्त कर रही थीं।

पुलिस की लापरवाही

निवासियों के मुताबिक पुलिस की लापरवाही भी घटना के लिए जिम्मेदार है। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के मुताबिक होली के बाद पुलिस ने इधर रुख नहीं किया है। घटना से पहले मोहल्ले में कभी भी पुलिस ने दिन और रात किसी भी समय गश्त नहीं की थी। कुछ दिन पहले योगेश के घर के पीछे एक घर में ताला तोड़कर लूट की कोशिश की गई थी। वहीं परिजनों का भी मानना है कि पुलिस की लापरवाही के चलते ही हत्यारों के हौसले बुलंद थे। इसलिए उन्होंने घटना को अंजाम दिया। हाई प्रोफाइल मर्डर केस की जानकारी मिलने के साथ ही मोहल्ले का नजारा किसी पुलिस छावनी सा दिखाई दिया। सिटी मजिस्ट्रेट, आईजी, एसएसपी, एसपी क्राइम, सीओ और संबंधित बारादरी थाना के इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचकर घटना की तहकीकात में जुटे रहे। वहीं घटना से सकते में आई पुलिस ने हाल ही में घटित हुए ऐसे मामलों की फाइल को रीओपन के निर्देश दिए हैं।