-- इज्जतनगर में दो लोगों की हत्या, परिजनों ने कराई रिपोर्ट दर्ज

-- दोनों के परिजनों का अलग-अलग लोगों पर आरोप

<-- इज्जतनगर में दो लोगों की हत्या, परिजनों ने कराई रिपोर्ट दर्ज

-- दोनों के परिजनों का अलग-अलग लोगों पर आरोप

BAREILLY: BAREILLY: इज्जतनगर में डबल मर्डर में एक नहीं बल्कि डबल मिस्ट्री नजर आ रही है। क्योंकि दोनों के परिजनों ने हत्या का आरोप अलग-अलग लोगों पर लगाया है। आशंका है कि एक की हत्या के चलते दूसरे की हत्या की गई है। अब सवाल यह है कि किसकी हत्या की गई और किसे अपनी जान साथ में गंवानी पड़ी। पुलिस भी इस डबल मिस्ट्री से काफी असमंजस में है। फिलहाल पुलिस कई लोगों से पूछताछ कर मिस्ट्री को सुलझाने में जुटी हुई है।

एक ही जगह मिली दोनाें की लाश

मरने वालों की पहचान भ्ख् वर्षीय रामभरोसे और ख्म् वर्षीय सर्वेश के रूप में हुई है। दोनों इज्जतनगर के अहलादपुर के रहने वाले हैं। दोनों ना तो एक परिवार के हैं और ना ही दोनों में कोई रिश्ता है। रामभरोसे चाट की बिक्री करता था। वहीं सर्वेश जसौली किला में टेलरिंग का काम करता था। रामभरोसे के परिवार में पत्‍‌नी पार्वती व दो बेटे कमल किशोर व राम किशोर हैं। वहीं सर्वेश के परिवार में मां गंगादेवी और भाई सोनू है। सर्वेश के पिता गोकुल की चार साल पहले हत्या की जा चुकी है। दोनों वेडनसडे रात में अपने घर नहीं पहुंचे थे। थर्सडे सुबह दोनों की घर से एक किलोमीटर दूर एक ही खेत में डेडबाॅडी मिली।

रात भर की तलाश

रामभरोसे के बेटे कमल किशोर ने बताया कि उसके पिता रोजाना नौ से दस बजे के बीच में घर वापस आ जाते थे। वेडनसडे रात में जब वह वापस नहीं पहुंचे तो उनकी तलाश की गई। पूरी रात ढूंढते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। थर्सडे सुबह घर से कुछ दूरी पर उनके पिता की लाश पड़ी मिली। पिता का गला कटा हुआ था। पिता की डेडबॉडी से कुछ दूरी पर ही सर्वेश की डेडबॉडी पड़ी मिली। कमल का आरोप है कि नगरिया के रहने वाले नन्हें लाल, उसके भाई नरेश व भांजा विनोद ने ही उनके पिता की रंजिश के चलते हत्या की है। हो सकता है कि उनके पिता के साथ सर्वेश आ रहा हो और उसने उनके पिता को बचाने का प्रयास किया तो उसकी भी हत्या कर दी गई हो।

चल रही थी रंजिश

कमल ने बताया कि उनके मथुरापुर के रहने वाले उनके मामा हरीश ने अपने साढ़ू नन्हें की बेटी शीतल की शादी गांव के ही रहने वाले दीपक से कराई थी। तीन महीने बाद शीतल ने मार्च ख्0क्फ् में सुसाइड कर लिया था। इस मामले में नन्हें ने हरीश, उनकी पत्‍‌नी छाया, दीपक और दीपक के पिता रामभरोसे के खिलाफ दहेज हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें हरीश को चचिया ससुर और छाया को चचिया सासु बनाया गया था। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कुछ दिनों बाद कमल के पिता रामभरोसे ने हरीश की जमानत करा ली थी। इस बात को लेकर नन्हें व उसका परिवार रंजिश मान रहा था और उसके पिता को जान से मारने की धमकी भी दे रहा था।

पहले पिता की हत्या और अब बेटे की

वहीं सर्वेश के भाई सोनू ने बताया कि उनका भाई 8 बजे तक घर आ जाता था। वेडनसडे रात जब वह घर नहीं पहुंचा तो उसने भाई को फोन किया तो कहा कि जल्द ही घर पहुंच जाएगा। काफी देर बाद जब वह नहीं पहुंचा तो उसकी तलाश की। रात भर तलाश करने पर भी उसका पता नहंी चला और थर्सडे सुबह उसकी लाश मिली। उसकी लाश से कुछ दूरी पर ही रामभरोसे की लाश पड़ी हुई थी। सर्वेश के हाथ पीछे बंधे हुए थे। उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। सोनू का आरोप है कि गांव के ही रत्‍‌नलाल से दुश्मनी चल रही थी। रत्‍‌नलाल ने छेड़खानी का विरोध करने पर उनके पिता गोकुल की जमकर पिटाई थी। उनकी दस दिन बाद मौत हो गई थी। इस मामले में रत्‍‌नलाल और उसके बेटे लालकरन, भतीेज विनजसेन और भीमसेन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। तभी से सभी रंजिश मान रहे थे। उसका आरोप है कि इन्हीं लोगों ने उनके भाई की हत्या की है और बचाने के चलते रामभरोसे की हत्या कर दी होगी।

अभी तक मर्डर का कोई स्पष्ट कारण निकलकर सामने नहीं आ रहा है। दोनों फैमिली के लोग अलग-अलग लोगों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है।

- जे रविंद्र गौड़, एसएसपी बरेली