(बरेली ब्यूरो)। टैक्स बकाया होने पर नगर निगम ने दुकाने की सीलटैक्स बकाया होने के चलते नगर ने मार्केट सील कर दी। इस तरह की सूचना आपको अक्सर मिलती होंगी। लेकिन आम लोगों से टैक्स वसूलने में कार्रवाई करने वाला डिपार्टमेंट नगर निगम क्या सरकारी डिपार्टमेंट से भी इसी तरह टैक्स वूसलने के लिए कार्रवाई करता है। शायद नहीं, यही कारण है कि नगर निगम का टैक्स के रूप में बरेली के कई ऐसे डिपार्टमेंट हैं, जहां लाखों नहीं बल्कि करोड़ों की रकम लंबे समय से बकाया है, और नगर निगम टैक्स की वसूली भी सख्ती से नहीं कर पा रहा है। इसे नगर निगम की ढीली कार्यशैली या सरकारी संस्थानों के प्रति दरियादिली कहा जा सकता है। फिलहाल जो भी लेकिन इससे नगर निगम को टैक्स न भरने की वजह से नगर निगम को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
किन सरकारी संस्थानों पर है बकाया
सरकारी संस्थानों ने नगर निगम को लंबे समय से टैक्स नहीं चुकाया है। लेकिन उसके बाद भी नगर निगम की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। इस तरह से सरकारी विभागों को टैक्स को वसूलने को कोई ठोस कार्रवाई न करने से जनता में गलत संदेश जाता है। नगर निगम की इस उदासीनता से पता चलता है कि अभी तक नगर निगम सरकारी संस्थानों से ही टैक्स वसूल नहीं पाया है। सरकारी संस्थाओं ने भी नगर निगम को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया है।
लंबे समय से हैं बकाया
लंबे समय से टैक्स बकाया न करने से सरकारी राजस्व को ही नुकसान झेलनमा पड़ता है। वर्षो पुराने टैक्स को चुकाने में सरकारी संस्थान भी एक्टिव नही हैैं। नगर निगम द्वारा लंबे समय से टैक्स न चुकाने वालों की सुविधाओं को भी जारी रखा गया जिससे यह टैक्स का अमाउंट और ज्यादा होता गया। समय से कार्रवाई की गई होती तो शायद सरकारी संस्थानों द्वारा टैक्स चुकाने की कोशिश की जाती।
टैक्स वसूली के लिए अभियान चलाया जा रहा है। टैक्स न देने वाले सरकारी संस्थानों पर कार्रवाई की जाएगी
-सुनील कुमार यादव, अपर नगर आयुक्त
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