बरेली(ब्यूरो)। गांधी उद्यान से चोरी हुई सात लाइट्स को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने संडे को प्रमुखता से न्यूज पब्लिश की थी। खबर की गंभीरता व स्मार्ट सिटी को फजीहत से बचाने के लिए मंडे को स्मार्ट सिटी की ओर से पुलिस में एप्लीकेशन देने की बात कही जा रही है। चोरी हुई लाइट्स प्राप्त करने के लिए स्मार्ट सिटी के जिम्मेदारो ने बताया कि एप्लीकेशन दे दी गई है। जांच के बाद ही लाइट्स प्राप्त हो सकेंगी। लेकिन हकीकत इससे कुछ अलग ही सामने आ रही है। चोरी की घटनाओं को देखते हुए गांधी उद्यान में इंतजाम जस के तस बने हुए हैैं।
कहने भर को तैनात सुरक्षा गार्ड
गांधी उद्यान से बोलार्ड लाइट्स चोरी होने के बाद भी स्मार्ट सिटी के जिम्मेदारों की नींद टूटती नजर नहीं आ रही हैैं। चोरी की घटना के बाद भी गांधी उद्यान की सिक्योरिटी मे कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। न ही
सीता रसोई से टच होते वॉकिंग ट्रैक के पास की दीवार पर किसी प्रकार की फेंसिंग कराई गई है। स्मार्ट सिटी द्वारा इसी तरह से अगर लापरवाही की जाती रही तो स्मार्ट सिटी को इससे भी अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।