(बरेली ब्यूरो)। स्वच्छता अभियान को देखते हुए नगर निगम द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करबरेलियंस को स्वच्छता के प्रति अवेयर कर रहा है। लेकिन, सिटी को क्लीन रखने केे लिए निगम के जिम्मेदार गंभीर नजर नहीं आते। यहां पर डेयरी से निकलने वाले गोबर को खुलेआम नाली में बहाया जा रहा है। लेकिन, इनका ध्यान इस ओर नहीं है।

नहीं ले रहे एक्शन
गंदगी को लेकर नगर निगम कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करता नजर आ रहा है। शहर मे गली-मोहल्लों में जगह-जगह डेयरी संचालित की जा रही हैं। यहां से निकलने वाले वेस्ट को इनके ओनर यूं ही नालियों में बहा देते हैं। इस कारण लोगों को काफी प्रॉब्लम फेस करनी पड़ रही है। लेकिन, इसको लेकर निगम की ओर से कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।

गलियों में भर जाता है पानी
नगर निगम में लगभग एक हजार डेयरियां रजिस्टर्ड हैं। बारिश में यहां से निकले वेस्ट से नालियां चोक हो जाती हैं, जिससेे पानी ओवरेफ्लो होकर गलियों में भर जाता है। ऐसे में लोगों को इधर से निकलने में काफी परेशानी होती है। साथ ही बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना रहता है। नगर निगम की ढिलाई के चलते डेयरियों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोई एक्शन न होने के कारण ये लोग अपनी हठध्र्मिता से बाज नहीं आ रहे। वहीं पिछले साल एक अप्रेल से लेकर 27 अगस्त तक नगर निगम की टीम द्वारा गोबर बहाने पर मात्र नौ लोगों के चालान किए गए। उन पर 27 हजार रुपए अर्थदंड डाला गया है।

सफाई में होती है कठिनाई
नाली में बहाए जा रहे गोबर की वजह से सफाईकर्मियों को नाली साफ करने के लिए भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। वहीं स्थानीय लोगों को भी दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। निगम की टीम द्वारा इसको लेकर ठोस कार्रवाई करने के बजाय मात्र औपचारिकता निभाकर पल्ला झाड़ लिया जाता है। इससे गंदगी फैलाने वालों के हौसले बुलंद हैं।


सीन-1, दीपमाला हॉस्पिटल के सामने वाली गली
इस गली में ज्यादातर लोगों ने पशु पाल रखे हैं। यहां पूरी कॉलोनी की नालियां गोबर से चोक हो रखी हंै। लेकिन, नगर निगम की टीम ने यहां नाली में गोबर बहाने वालों पर कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। इसी कारण लंबे समय से लोग गंदगी से परेशान हैं

सीन-2, गुरूनानक पेट्रोल पंप, बदायूं रोड
यहां पर हाईवे किनारे स्थित नाला डेयरी से निकलने वाले गोबर की वजह से चोक हो गया है। इसके करण बारिश के समय रोड पर पानी भर जाता है, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है।

सीन-3, अयूब खां चौराहा रोड स्थित मंदिर वाली गली
यहां पशुपालकों द्वारा रोड पर ही मवेशी बाध दिए जाते हैं। इसकी वजह से राहगीरों को यहां से होकर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा डेयरी से निकलने वाले वेस्ट को इन लोगों द्वारा नाली में बहा दिया जा रहा है। इससे नालियां चोक पड़ी हैं।

वर्जन
शहर के नालों में फैले हुए डेयरी वेस्ट की वजह से दुर्गंध की समस्या बनी रहती है। जिम्मेदारों को इस पर ध्यान देकर कार्रïवाई करना चाहिए।
-प्रेमराज

बारिश के समय में ये डेयरी वेस्ट नालों को चोक कर देता है। इसके लिए डेयरी संचालकों को भी अवेयर होने की जरूरत है।
-अभिषेक

ज्यादातर डेयरियों के बाहर नाली में गोबर बह रहा होता है। हाल यह हैै कि सïफाईकर्मियों को भी साफ करने ंमें परेशानी हा़ेती है।
-मदन

नाले में गोबर बहाने वाले डेयरी संचालकों के खिलाफ नगर निगम को कार्रवाई करने की जरूरत है। तब ही समस्या का समाधान हो पाएगा।
-योगेश