रुक सकता है baby का development

प्रेग्नेंट लेडीज में सर्दी, जुकाम और चेस्ट में कफिंग के केसेज में बढ़ोत्तरी हुई है। फिजीशियंस के वहां ओपीडी में हर रोज 10 से 15 प्रेग्नेंट लेडीज कोल्ड एंड कफ की प्रॉब्लम लेकर आ रही हैं। डॉक्टर्स की क्वैरी में ज्यादातर के शादी की पार्टीज में लापरवाही की बात सामने आ रही है। इसलिए डॉक्टर्स उन्हें इस तरह की नाइट पार्टीज में ठीक ढंग से गर्म कपड़े पहन कर जाने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टर्स ने बताया कि मदर को कोल्ड एंड कफ होने से बॉडी में ऑक्सीजन का इंटेक काफी कम हो जाता है। जिससे गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास पर काफी असर पड़ता है। वहंी ठंड लगने से मदर की कॉस्टो कॉड्राइटिस रिब्स के एंड में स्वेलिंग भी आ जाती है, इससे बचने के लिए प्रेग्नेंट लेडीज को बॉडी से चिपके हुए गर्म कपड़े पहनने चाहिए। ये शरीर पर ज्यादा कपड़ों को लादने से ज्यादा कारगर होता है।

icecream से करें तौबा

शादी की पार्टीज को अटेंड करते समय प्रेग्नेंट लेडीज को उनके आउटफिट्स के साथ ही खान-पान का भी विशेष ख्याल रखना चाहिए। उन्हें इन पार्टीज या डेली लाइफ में भी ठंडे फूड आइटम्स और बेवरेज जैसे कोल्ड ड्रिंक, आईसक्रीम से बच कर ही रहना चाहिए। इसके अलावा खट्टी चीजों को भी अवॉयड करना चाहिए। ताकि गला न खराब हो। वहीं ऑयली और स्पाइसी आइटम्स से भी दूर ही रहें तो बेहतर होगा। खाने में मौसमी सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स का यूज जरूर करें।

कम रखें exposure

डॉक्टर्स के अकॉर्डिंग प्रेग्नेंट लेडीज को बॉडी का एक्सपोजर कम से कम रखना चाहिए। उन्हें ज्यादातर समय पैरों में मोजे पहनने के साथ ही गले को भी ढंक कर रखना चाहिए। प्रेग्नेंट लेडीज को अपना सिर तो जरूर ही ढंक कर रखना चहिए क्योंकि सिर खुला होने पर उन्हें ठंड लगने की संभावना काफी ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं बॉडी वॉर्मर्स का यूज ठंड लगने की संभावना को और कम कर देता है।

infection के 70 परसेंट ज्यादा चांसेज

ठंड के मौसम में प्रेग्नेंट लेडीज की इम्यून पावर कम हो जाती है और उनको एलर्जी होने का खतरा बढ़ जाता है। एलर्जिक ब्रॉन्कॉइटिस, इयोसिनो-फेलिया या नेजल ब्लॉकेज के केस में प्रेग्नेंट लेडीज को ज्यादा प्रिकॉशन की जरूरत होती है। ऐसी प्रेग्नेंट लेडीज को कई तरह की बीमारियों के इंफेक्शन होने के चांसेज नॉर्मल कंडीशन से 70 परसेंट ज्यादा हो जाते हैं। प्रेग्नेंट लेडीज में इस मौसम में सबसे ज्यादा कॉमन चेस्ट इंफेक्शन होता है।

ठंड में प्रेग्नेंट लेडीज को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। कोल्ड एंड कफ और जकडऩ जल्दी ठीक न हो तो फीवर में कंवर्ट हो जाता है। जो गर्भस्थ शिशु के लिए ठीक नहीं है। इससे उसका विकास रुक सकता है।

- डॉ। भारती सरन,  गाइनीकोलॉजिस्ट