बरेली (ब्यूरो)। शहर में मेन पार्क गांधी उद्यान में बच्चों के लिए बापू बाल वाटिका बनवाई गई थी। ताकि बच्चे झूलों पर आकर झूलकर एंज्वॉय कर सकें, लेकिन गांधी उद्यान में लंबे से समय से सभी झूले टूटे पड़े हैं। ऐसे में पार्क में आने वाले बच्चों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। वीक एंड में सबसे अधिक बच्चे पेरेंट्स और स्कूल की तरफ से घूमने के लिए गांधी उद्यान आते हैं, लेकिन जब वह झूलों को टूटा हुआ देखते हैं तो वह वापस लौट जाते हैं।

दर्जन पर लगे झूले, सभी टूटे
बापू बाल वाटिका में कहने को तो दर्जन भर झूले पार्क में लगाए गए थे। लेकिन इनकी देखरेख नहीं होने और मेंटिनेंस नहीं होने से सभी बदहाल हो गए हैं। इसके बाद भी कोई मेंटिनेंस कराने के लिए तैयार नहीं है। हालंाकि पूरे गांधी उद्यान में नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के तहत म्यूजिक सिस्टम, फाउंटेन, कैंटीन और अन्य कई कार्य तो कराए हैं लेकिन बच्चों के लिए बापू बाल वाटिका में लगे झूलों को ठीक कराने की जरूरत नहीं समझी।

बच्चों से अधिक समझदार झूलते
बापू बाल वाटिका में बच्चों के लिए ही केवल झूले लगाए गए थे। लेकिन यहां पर बच्चों से अधिक उनके पेरेंट्स भी झूला झूलते दिख जाएंगे। इसका बड़ा कारण है कि रोकटोक करने वाला कोई नहीं है। इससे यहां पर इन टूटे झूलों को होने के बाद भी समझदार लोग झूलों पर झूलते दिख जाएंगे।

कोई नहीं दे रहा ध्यान
बापू बाल वाटिका में तो बच्चे सिर्फ झूला झूलने के लिए पेरेंट्स के साथ किसी तरह आ पाते हैं। लेकिन यहां पार्क में टूटे पड़े झूले बच्चों के लिए मुश्किल बने हुए हैं। पार्क में आने के बाद भी बच्चे झूलों पर झूल नहीं पा रहे हैं।
विशाल भारती

बापू बाल वाटिका बच्चोंं के लिए बनाई गई थी। लेकिन इसका बच्चों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। रीजन है कि लंबे समय से पार्क में झूले टूटे पड़े हैं। जिस कारण पार्क में आकर बच्चे परेशान हो रहे हैं।
गुलाब सिंह