15- सितंबर के बाद शुरु होगी बीएड काउंसिङ्क्षलग
2-वर्ष से ऑनलाइन शुरू हुई काउंसंिलग प्रक्रिया
18-महाविद्यालय एमजेपीआरयू के भी काउंसलिंग में नहीं हो सकेंगे शामिल
6,67,463-अभ्यार्थी थे रजिस्टर्ड
75-जिलों में आयोजित कराई गई परीक्षा
92.26-परसेंट रही कुल ओवर आल अभ्यर्थियों की परीक्षा में उपस्थित
-----------


बरेली(ब्यूरो)। परफार्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट जमा न करने वाले प्रदेश के चार सौ से अधिक बीएड व डीएलएड कालेजों पर एनसीटीई (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट न देने वाले कालेजों का सत्र शून्य किए जाने को आदेश जारी किया गया। ऐसे में सत्र 2022-23 में इन कालेजों में नए छात्रों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। एनसीटीई ने बीएड कालेजों से परफार्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया था।

कार्रवाई के निर्देश
मांगी रिपोर्ट में बीएड महाविद्यालयों से उनकी जमीन, क्षेत्रफल, तैनात शिक्षक, छात्रों की संख्या आदि का ब्योरा मांगा था। निर्धारित समय पर मांगी गई जानकारी न देने पर कई बार रिपोर्ट भरने की अंतिम तिथि भी बढ़ाई गई पर प्रदेश के चार सौ से अधिक महाविद्यालयों ने अपनी रिपोर्ट नहीं दी। यही नहीं कई महाविद्यालय इस आदेश के खिलाफ न्यायालय भी चले गए थे पर सुप्रीम कोर्ट ने भी एनसीईटी के पक्ष में फैसला दिया। जिसके बाद बीते दिनों हुई बैठक में स्पष्ट आदेशित किया गया कि इन महाविद्यालयों के नाम सत्र 2022-23 की काउंसिङ्क्षलग में ही न जोड़े जाएं। बता दें कि अभी तक यह रिपोर्ट आफलाइन भरी जाती थी, बीते दो बार से ही केवल यही जानकारी आनलाइन भरी जा रही है। जारी आदेश के मुताबिक कई बार रिमाइंडर के बाद भी महाविद्यालयों द्वारा रिपोर्ट नहीं भेजी गई। जिसके बाद एनसीटीई ने सख्त कार्रवाई की है।

18 महाविद्यालयों पर भी संकट
प्रदेश के जहां चार सौ से अधिक महाविद्यालयों का सत्र शून्य किए जाने की तैयारी है वहीं इसमें एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से एफिलेटेड 18 महाविद्यालय भी हैं। जिन्होंने अभी तक मांगी गई जानकारी न तो विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराई है और न हीं एनसीईटी को भी भेजी है।


वर्जन:
एनसीईटी की ओर से जिन महाविद्यालयों को काउंसिङ्क्षलग से रोकने के आदेश प्राप्त होंगे, उन्हें काउंसिङ्क्षलग में नहीं शामिल किया जाएगा।
- प्रो। पीबी ङ्क्षसह, को-आर्डिनेटर यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा