यूपी बोर्ड में छोड़े हजारों स्टूडेंट्स ने एग्जाम
एग्जाम छोड़ने वालों में हाईस्कूल के स्टूडेंट्स अव्वल
>BAREILLY:
बोर्ड एग्जाम में हर पेपर के साथ स्टूडेंट्स एग्जाम छोड़ने का रिकार्ड तोड़ रहे हैं। मंडे को पहली पाली में 88म्8 स्टूडेंट्स ने एग्जाम छोड़ा। मॉर्निग शिफ्ट में हाईस्कूल में सोशल साइंस और इंटरमीडिएट में सोशियोलॉजी का पेपर था। जिसमें हाईस्कूल में म्म्00 स्टूडेंट्स ने जबकि इंटरमीडिएट के एग्जाम में ख्ख्म्8 स्टूडेंट्स अबसेंट रहे।
अबसेंट रहने में हाइर्स्कूल आगे
एग्जाम छोड़ने के मामले में हाईस्कूल इंटरमीडिएट से आगे निकल गया है। मंडे को हुए एग्जाम में हाईस्कूल के म्म्00 स्टूडेंट्स ने एग्जाम छोड़ा है, जो की अब तक की सेकेंड हाईयेस्ट अबसेंस है। इससे पहले ख्म् फरवरी के पेपर में 87ब्8 स्टूडेंट्स ने एग्जाम छोड़ा, जबकि बोर्ड के पहले एग्जाम में क्9 फरवरी को हाईस्कूल के म्भ्म्फ् स्टूडेंट्स अबसेंट रहे थे। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स एग्जाम छोड़ रहे हैं। इससे फर्जी पंजीकरण के मामले भी साफ होते जा रहे हैं।
प्रिंसिपल रूम में एग्जाम
कंप्यूटर लैब और प्रिंसिपल ऑफिस में बैठकर स्टूडेंटस को एग्जाम देना पड़ रहा है। सुबह से हो रही बारिश ने एग्जाम सेंटर्स की बदइंतजामी खुलकर सामने आ गई। सुबह हाईस्कूल और इंटर के विषय का पेपर होने से सेंटर्स पर बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे। इसके चलते इन्हें बैठाना मुश्किल हो गया। कृषि इंटर कॉलेज परधौली सहित कई ऐसे कॉलेज हैं। जिसमें स्टूडेंट्स को स्कूल के बरामदे और छत पर टाट-पट्टी बिछाकर बैठाने की व्यवस्था की गई थी। ऐसे स्कूलों के केंद्र व्यवस्थापकों ने जब डीआईओएस को समस्या बताई तो स्टूडेंट्स को कंप्यूटर लैब व प्रिंसिपल ऑफिस में बैठाने की परमीशन दी। कई स्कूल एक बेंच पर चार-चार स्टूडेंटस ने एग्जाम दिए।
सांसत में अधिकारी
सैटरडे के एग्जाम में लखनऊ के कंट्रोल रुम से सूचना मिलने के बाद प्रशासन को आरएन टैगोर इंटर कॉलेज में बैठकर निगरानी करनी पड़ी। इस सूचना को डीआईओएस विभाग के अधिकारी फर्जी बता रहे है। अधिकारी का कहना है कि इन दिनों नकल को लेकर ऐसी बहुत कॉल्स आ रही हैं। जिसमें चेकिंग करने पर सूचना फर्जी निकलती है। पिछले दिनों फरीदपुर के डा। अंबेडकर कन्या इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर एक घंटा लेट पेपर बंटने की सूचना मिली। डीआईओएस और सचला दस्ता प्रभारी मधु अग्रवाल वहां पहुंची तो सूचना गलत पाया।