पुलिस के पैसे लेने की शिकायतें
डीआईजी ने अभी दो दिन पहले ही इस बारे में पिलक की राय मांगी है। जिसमें सवा तीन सौ से अधिक लोग लाइक व
सवा सौ से अधिक लोग अपने कमेंट भेज चुके हैं। किसी ने हेल्पलाइन खोलने के प्रयास को अच्छा तो किसी ने इसे मजाक बताकर अपने कमेंट दिए हैं। लेकिन कई लोगों ने अपनी प्रॉलम कमेंट के जरिए शेयर की है। गुंजन केसरवानी का कहना है कि मोबाइल खोने पर थाना में एफीडेबिट के लिए पूछा जाता है। अगर यह ना दो तो इसके लिए सौ रुपये मांगे जाते हैं। आदित्य मिश्रा ने भी थाना में एफआईआर के लिए घूस मांगने की बात कही है। इसके अलावा नंबर सर्विलांस पर नहीं लगाए जाते हैं। विवेक शुक्ला ने हेल्पलाइन से एफआईआर दर्ज करने, आईडी पर एफआईआर मेल करने सहित स्वयं ही नंबर सर्विलांस पर लगाने के लिए लिखा है।
मोबाइल खोने पर होने वाली प्रालम
डीआईजी ने ही महिलाओं को शोहदों से बचाने के लिए वूमेन पॉवर लाइन नाम की लखनऊ में हेल्पलाइन ओपन की। ये हेल्पलाइन काफी अच्छे तरीके से चल रही है। स्टेप वाइज महिलाओं की सिक्योरिटी के तरीके भी अपनाए जा रहे हैं। इस हेल्पलाइन की सफलता के बाद ही डीआईजी ने नई हेल्पलाइन खोलने की प्लानिंग की है। इस हेल्पलाइन के जरिए पिलक को फोन खोने के बाद होने वाली प्रॉलम को दूर करने का प्रयास करेंगे। हेल्पलाइन खोलने से पहले उन्होंने अपने ऑफिसियल फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है कि मोबाइल फोन खोने पर किन किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लास्ट मोबाइल हेल्प लाइन बनाने में मदद करें। मोबाइल खोने पर थाना में एफआईआर दर्ज कराने के दौरान होने वाली प्रॉलम, अन्य सभी प्रालम भेजें जैसे लाकिंग द नंबर, गेटिंग सेम नंबर इश्यूड टू यू अगेन । इसके लिए काल या इनफार्म करने की जरूरत होगी ।