जालंधर और गोरखपुर पहुंचने की बताई कहानी

परिजनों ने पुलिस को कहा थैंक्स

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BAREILLY: प्रिंटिंग प्रेस बिजनेसमैन का लापता बेटा दो दिन बाद खुद ही घर पहुंच गया। बेटे ने एक व्यक्ति ने उसको अपहरण करने और फिर छोड़ देने की कहानी बतायी है। बेटे के घर वापस लौटने पर पिता काफी खुश थे। परिजनों ने पुलिस को थैंक्स भी कहा।

फिरौती की नहीं आई कोई कॉल

हर्ष अग्रवाल, ब्8 सिविल लाइंस कोतवाली में रहते हैं। उनका बेटा उत्कर्ष अग्रवाल बिशप कॉनराड में बारहवीं में पढ़ता है। वह जुड़वा है। हर्ष अग्रवाल ने फ्राइडे को मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही थी। शाम को वह जब पनीर लेने गया और लापता हो गया। फिर पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर लिया था। दोस्तों के घर पर होने और किसी भी तरह की फिरौती की कॉल न आने से पुलिस को उसे ढूंढना मुश्किल हो रहा था।

एक शख्स ले गया साथ

संडे सुबह करीब म् बजे उत्कर्ष खुद ही घर पहुंच गया। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को भी दे दी। दोपहर में पिता हर्ष उसे कोतवाली लेकर पहुंचे। उत्कर्ष ने पुलिस को बताया कि जब वह पनीर लेने गया था तो उसे एक शख्स मिला। वह व्यक्ति उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ट्रेन में जालंधर ले गया। वहां से शख्स उसे अपने साथ गोरखपुर ले गया और उसे वहीं छोड़ दिया। फिर वह गोरखपुर से ट्रेन से घर पहुंच गया। पुलिस को उत्कर्ष की कहानी गले नहीं उतर रही है। पुलिस को आशंका है कि हर्ष बरेली में ही कहीं था और गुस्सा उतरने के बाद घर वापस आ गया होगा।