- डीएम ऑफिस में 'स्टॉप एसिड अटैक' टीम के साथ मिसबिहेव
- बाद में मिसकम्युनिकेशन की बात कहकर सुलझाया मामला
<- डीएम ऑफिस में 'स्टॉप एसिड अटैक' टीम के साथ मिसबिहेव
- बाद में मिसकम्युनिकेशन की बात कहकर सुलझाया मामला
BAREILLY: BAREILLY: जिस लक्ष्मी का पूरी दुनिया ने लोहा माना उसी लक्ष्मी को बरेली के डीएम ऑफिस में अपमान झेलना पड़ा। एसिड अटैक से जुड़े मामलों और एसिड की खुलेआम बिक्री पर रोक लगाने के लिए पहुंची लक्ष्मी व स्टॉप एसिड अटैक की टीम ने डीएम पर मिसबिहेब का आरोप लगाया है। हालांकि बाद में डीएम के साथ लक्ष्मी की मीटिंग हुई और एसीएम लक्ष्मी शंकर के नाम के चलते मिसकम्युनिकेशन की बात डीएम ने कही। बाद में डीएम ने लक्ष्मी व उसकी टीम को एसिड अटैक रोकने व एसिड की खुले में बिक्री पर रोक लगाने का भरोसा दिलाया। वहीं बहेड़ी के केस में लक्ष्मी की टीम महिला आयोग से शिकायत कर इसकी निष्पक्ष जांच की मांग करेगी।
जमकर हुअा हंगामा
स्टॉप एसिड अटैक टीम के कैंपेनर आलोक दीक्षित ने बताया कि सुबह वह, लक्ष्मी व टीम के अन्य सदस्य डीएम से मिलने गए थे। यहां पर उन्होंने डीएम से एसिड अटैक रोकने व खुले में एसिड की बिक्री पर रोक लगाने को लेकर बातचीत करने गए थे, लेकिन इसी दौरान डीएम को लक्ष्मी पर गुस्सा आ गया। दोनों के बीच जमकर नोकझोंक हुई तो डीएम ने लक्ष्मी को अपने रूम से बाहर जाने के लिए कह दिया। हंगामा होते देख एडीएम ई ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया। इसी दौरान डीएम वहां से निकल गए। कुछ देर बाद डीएम वापस पहुंचे और लक्ष्मी से बात की। आलोक ने बताया कि सोशल मीडिया व फोन पर बार-बार मैसेज व कॉल से डीएम को अपनी गलती का एहसास हो गया। आलोक ने बताया कि वहां से वह बहेड़ी में घटनास्थल पर गए और सीओ बहेड़ी कालू सिंह ने मुलाकात की। कालू सिंह से पूरे मामले की डिटेल ली। आलोक का कहना है कि पूरे मामले में पुलिस-प्रशासन लापरवाही बरत रहा है। इसलिए इसकी शिकायत महिला आयोग से करेंगे। इसके अलावा बहेड़ी स्थित घटनास्थल पर स्पॉट ऑफ शेम का बोर्ड भी लगाएंगे।