- एग्जाम ड्यूटी का बहिष्कार करते हुए दिया था पद से इस्तीफा

- मीटिंग में टीचर्स ने कॉलेज मैनेजमेंट के रवैये पर निकाली भड़ास

BAREILLY: काफी मान-मनौव्वल के बाद आखिरकार बरेली कॉलेज के टीचर्स एग्जाम में ड्यूटी करने को राजी हो गए हैं, लेकिन केवल एक वीक के लिए। यदि हालात नहीं सुधरे तो वे फिर से अपने को एग्जाम की व्यवस्थाओं से अलग कर लेंगे। 7 अप्रैल को कॉलेज के पूर्व जनरल सेक्रेट्री हृदेश यादव ने एसएस डॉ। यूसी पांडेय के साथ अभद्र व्यवहार किया था। अपशब्द का प्रयोग करने के विरोध में डॉ। यूसी पांडेय समेत 8म् टीचर्स ने एग्जाम ड्यूटी का बहिष्कार करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसमें एसएस, एएसएस और एएस समेत फ्लाइंग स्क्वॉयड में शामिल टीचर्स थे।

प्रिंसिपल खुद करेंगे ड्यूटी

टीचर्स के कमेंट सुनने के बाद प्रिंसिपल डॉ। आरपी सिंह ने पूरे प्रकरण से अपने अलग करते हुए कहा कि चाहे टीचर्स एग्जाम कराएं या ना कराएं वे तो होके ही रहेंगे। उनके हाथ में कुछ नहीं है। उन्होंने मामले को लेकर पुलिस और डीएम से भी गुहार लगाई, लेकिन सिक्योरिटी की कोई गारंटी नहीं मिली। प्रिंसिपल ने कहा कि वे खुद ड्यूटी बजाने के लिए तैयार हैं। वे पश्चिमी बैरियर पर तैनात रहेंगे। टीचर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेट्री डॉ। वीपी सिंह पूर्वी बैरियर पर मोर्चा संभालेंगे। उन्होंने लगे हाथ टीचर्स को भी खुद को आकलन करने की सीख दे दी। उन्होंने कहा कि टीचर्स को खुद भी समझना होगा। एग्जाम की शुचिता को मेंटेन करना उनका कर्तव्य है।

नहीं मिली पुलिस सिक्योरिटी

कॉलेज दोराहे पर खड़ा है। छात्रनेता आए दिन उद्दंडता पर उतर आते हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई ना करने के लिए कॉलेज पर काफी दबाव बनाया जाता है। हृदेश यादव ने डॉ। यूसी पांडेय के साथ गाली-गलौज किया था। इसके बाद काफी दबाव पड़ने पर एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर भी दी गई, लेकिन पुलिस द्वारा उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मंडे से एग्जाम फिर शुरू हो जाएंगे। इसके लिए डीएम और पुलिस से सिक्योरिटी भी मांगी गई, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।

टीचर्स ने दिखाए तीखे तेवर

एग्जाम में ड्यूटी करना है कि नहीं इस पर संडे को प्रिंसिपल की अध्यक्षता में मीटिंग भी बुलाई गई। मीटिंग में करीब ब्0 टीचर्स प्रजेंट रहे। टीचर्स ने पूरी घटना पर कॉलेज मैनेजमेंट के रवैये पर जमकर भड़ास निकाली। डॉ। यूसी पांडेय ने तीखे तेवर अपनाते हुए पहले तो ड्यूटी करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि घटना के बाद कॉलेज ने कुछ नहीं किया। कोई ड्यूटी करे या ना करे, लेकिन वे ड्यूटी नहीं करेंगे। डॉ। सोमेश यादव, डॉ। दीपक आनंद, डॉ। वीके महेंद्रू समेत अन्य टीचर्स ने कहा कि जब तक यूसी पांडेय ड्यूटी नहीं करेंगे वे भी एग्जाम कार्यो से बाहर रहेंगे। डॉ। वीपी सिंह ने कहा कि माफी मांगने से काम नहीं चलेगा। डॉ। सोमेश यादव ने इस मसले पर मीडिया को भी कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि वे कुछ भी छापे ना तो उनका वेतन कम होगा और ना ही पद। यह हमारा अधिकार है कि हम ड्यूटी ना करें, कोई जबरदस्ती नहीं करा सकता। प्रिंसिपल द्वारा ड्यूटी करने का भरोसा दिए जाने के बाद ही सभी टीचर्स एक वीक के लिए ड्यूटी करने पर राजी हुए।