नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में एलन मार्केट में बन रही सब्जी मंडी पर हुई गर्मागर्मी

13 करोड़ के निर्माण कार्यो के समायोजन पर मेयर और पार्षद नेता में भी हुई नोंक-झोंक

61 प्रस्तावों में से 53 को मिली मंजूरी, सुधरेगी वर्दी की क्वालिटी, मिलेगा बनवाने का पैसा

BAREILLY: शहर के विकास पर चर्चा और फैसलों के लिए बुलाई जाने वाली नगर निगम की बैठक एक बार फिर जिम्मेदारों की आपसी तनातनी और तकरार की गवाह बनी। फ्राइडे को नगर निगम में हुई कार्यकारिणी बैठक के दौरान नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव और पार्षद बब्लू खान की तीखी तकरार हो गई। वहीं क्फ् करोड़ के निर्माण कार्यो की मंजूरी को लेकर मेयर डॉ। आईएस तोमर व पार्षद नेता राजेश अग्रवाल के बीच भी नोंक झोंक हुई। इन हंगामों के बीच ही कार्यकारिणी की बैठक में शहर के विकास व नए निर्माण से जुड़े म्क् प्रस्तावों पर चर्चा हुई। जिनमें से भ्फ् को मंजूरी मिली और ब् निर्माण कार्यो के दोबारा टेंडर शुरू करने पर मुहर लगी। जबकि ब् प्रस्तावों को रद कर दिया गया। बैठक में कर्मचारियों की वर्दी क्वालिटी सुधारने के लिए अलग से करीब भ् लाख का बजट पास करने पर भी मुहर लगाई।

ख्0 हजार वसूली का आरोप

बैठक के दौरान एलन मार्केट में बन रही सब्जीमंडी में फड़वालों को जगह देने पर विवाद हो गया। पार्षद बब्लू खान ने कहा कि एलन मार्केट में हर फड़ वाले से ख्0 हजार रुपए लेकर जगह दे दी गई है। इस पर दोनों के बीच तनातनी तेज हो गई। नगर आयुक्त ने पार्षद के आरोपों गलत ठहराते हुए बेकार की अफवाह न फैलाने की नसीहत दी। वहीं शहर में क्फ् करोड़ के बजट से होने वाले निर्माण कार्यो पर भी बहस गर्मा गई। मेयर ने सुझाव दिया कि कमेटी या तो अभी इस बजट से काम न कराए या फिर इसे आगे के बजट में एडजस्ट कराए। इस पर पार्षद नेता राजेश अग्रवाल की मेयर से तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई और कमेटी मेंबर्स से काम निकालने के बाद रुआब दिखाने के आरोप लगाए।

अधिकारी नहीं सुन रहे कमेटी की

दोपहर फ्.क्भ् बजे बैठक की शुरुआत होते ही कमेटी के मेंबर्स ने मेयर को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन मांगों को पूरा न किए जाने का जिक्र था, जिसके चलते कार्यकारिणी की बैठक पहले रद हुई थी। कमेटी ने शहर में ख्00म् से चिन्हित कॉमर्शियल भवनों की सूची, पिछले तीन साल तक निगम में यूज स्टेशनरी का खर्च और टैक्स सर्वे में आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों की नियुक्ति व उन पर आ रहे खर्च का ब्यौरा न दिए जाने पर सवाल किए। कमेटी ने पहले भी इन जानकारियों को साझा करने की मांग की थी, लेकिन अधिकारियों ने यह पत्रावलियां मुहैया नहीं कराई। इस पर मेयर ने साफ कहा कि अधिकारी कमेटी के सदस्यों व पार्षदों के पत्रों पर दिलचस्पी नहीं लेते हैं।

अवैध कब्जों पर सवाल, खामियों पर चुप्प्पी

बैठक के दौरान निगम की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जों के मामले भी मुद्दा बने रहे। पार्षद मनीषा सक्सेना, ओवैश शाह और गौरव सक्सेना ने अपने-अपने वार्ड में निगम की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जों की कोशिशों पर अफसरों की चुप्पी पर सवाल उठाए। इस बीच ही हाई मास्क लाइट की बिना टेंडर खरीद का मामला फिर उछला जिसमें लाखों के फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी, लेकिन पूरी बैठक के दौरान कमेटी के मेंबर्स एक दिन पहले शहर में अपने किए गए दौरे पर खामोश रहे। जिसमें उन्होंने निगम के निर्माण कार्यों में खामियां देख बैठक में सवाल उठाने को सैंपल लिए थे।