- केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार व मेयर ने दोनों जगह सौंदर्यीकरण के कामों का किया शुभारंभ
- तालाब में होगी बोटिंग, नाले का होगा निर्माण, वषरें पुराने घंटाघर और आसपास का विकास
बरेली : अगर आप खुद को हरी भरे वातावरण के बीच सुकून चाहते हैं तो अब वह दिन दूर नहीं, छह महीने और, फिर अपना शहर स्मार्ट दिखने लगेगा। अक्षर विहार तालाब में जहां लोग बोटिंग का आनंद ले सकेंगे, वही घंटाघर की आवाज शहर में गूंजती सुनाई देगी। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत दोनों स्थानों पर सौंदर्यीकरण के कार्य कराए जाएंगे। सैटरडे को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और मेयर डॉ। उमेश गौतम ने दोनों जगह सौंदर्यीकरण के कायरें की शुरुआत की। उन्होंने छह महीने में कार्य पूरे होने का वादा भी किया। केंद्रीय मंत्री ने दोनों परियोजनाओं को शहर के विकास में मील का पत्थर बताया। अधिकारियों ने बताया कि घंटाघर के सौंदर्यीकरण के साथ ही वहां मोती पार्क और पार्किंग क्षेत्र को भी विकसित किए जाने की योजना है। वही, अक्षर विहार तालाब के सौंदर्यीकरण के साथ ही उसकी सफाई भी कराई जाएगी।
बत्तख और मछलियां भी आएंगी नजर
निगम अफसरों के अनुसार तालाब में बोटिंग के भी इंतजाम होंगे। उसमें तमाम तरह की मछलियां और बतख भी लोगों को दिखाई देंगे। यह स्थान लोगों के मन को सुकून देने वाला होगा। वही, तालाब को गंदा करने वाले नाले को भी कैंट क्षेत्र से होते हुए नकटिया नदी तक करीब सवा किलोमीटर आगे तक बनाया जाएगा। दोनों कार्य छह महीने में पूरे होंगे। शुभारंभ के अवसर पर बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ अभिषेक आनंद, वरिष्ठ महाप्रबंधक बीके सिंह, महाप्रबंधक संजय चौहान आदि मौजूद रहे।
अक्षर विहार तालाब में 3.97 करोड़ से होंगे कार्य
- तालाब के आसपास क्षेत्र का सुधार व विकास
- तालाब की सफाई
- मनोरंजन का स्थान विकसित होगा
- म्यूजिकल फाउंटेन बनेगा
- बोटिंग की सुविधा होगी
- तालाब के आसपास लेजर व फाउंटेन शो होगा
- पार्क से नकटिया नदी तक नाला निर्माण
घंटाघर पर 90 लाख से होगा सुधार
- पार्क का सुंदरीकरण
- कई तरह के पौधे लगाए जाएंगे
- टहलने वालों के लिए पाथ.वे
- फाउंटेन
- बाहरी लोगों के बैठने के लिए कैनोपी
- मल्टीलेवल कार पार्किंग
- फोकस लाइटें लगाई जाएंगी
- क्लाक टावर की मरम्मत
- पार्क के बाहर पैदल मार्ग
- दो व चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग
अक्षर विहार तालाब में नाले के पानी गिरने के कारण वहां से लोग नाक बंद कर निकलते थे। अब उसी तालाब में लोग बोटिंग कर सकेंगे। अक्टूबर तक वहां लेजर शो शुरू हो जाएगा। लोग बाहर से यहां घूमने आएंगे। वहां से नकटिया तक नाला बनाया जाएगा, जो गंदे पानी को दूर कर देगा। घंटाघर भी शहर की पहचान है। इसे देखने भी बाहर से लोग आएंगे।
डॉ। उमेश गौतम, मेयर
घंटाघर बरेली की पहचान है। जल्द इसकी आवाज फिर से पूरे शहर में गूंजेगी। लाइटों से इसे आकर्षित बनाया जाएगा। इसी तरह अक्षर विहार तालाब में लोग बोटिंग का मजा ले पाएंगे। उसके बराबर में नाले का निर्माण और तालाब के किनारे बनाने का काम शुरू हो गया है।
अभिषेक आनंद, सीईओ, बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी